चंडीगढ़,(ईएमएस)। हरियाणा सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में दो नायब तहसीलदारों को निलंबित कर दिया है। सरकार ने इसकी जांच करवाने के बाद यह कार्रवाई की। करीब दो महीने पहले राजस्व विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों की सूची वायरल हुई थी, जिसमें करीब 48 अफसरों और कर्मचारियों के नाम सामने आए थे। उसमें कई स्थानों पर गलत तरीके से रजिस्ट्री करना पाया गया। इनके पास आय से अधिक प्रॉपर्टी की भी जानकारी मिली। सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान भी हरियाणा में रजिस्ट्री घोटाला सामने आ चुका है, लेकिन उस मामले में संलिप्त अफसरों को कार्रवाई नहीं हो पाई थी। इन अफसरों पर हरियाणा नगरीय विकास एवं विनियमन अधिनियम के तहत अधिसूचित क्षेत्र घोषित होने के बाद भी रजिस्ट्री करने का आरोप था। हरियाणा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की वित्तायुक्त के आदेश के मुताबिक गुरुग्राम की बादशाहपुर तहसील में तैनात नायब तहसीलदार प्रमोद कुमार और कुरुक्षेत्र जिले की थानेसर तहसील में तैनात नायब तहसीलदार परमजीत सिंह को निलंबित कर दिया है। बादशाहपुर के नायब तहसीलदार प्रमोद कुमार पर बिना एनओसी के रजिस्ट्री करने का आरोप है। पिछले काफी समय से प्रमोद के खिलाफ राजस्व मंत्री और विभागीय अधिकारियों को शिकायतें मिल रही थीं। वहीं, दस्तावेज उपलब्ध न कराने पर कुरुक्षेत्र के नायब तहसीलदार परमजीत को निलंबित कर दिया है। कुरुक्षेत्र के डीसी ने परमजीत को निलंबित करने की सिफारिश की थी। सरकार ने निलंबन अवधि के दौरान कठोर कार्रवाई करते हुए बादशाहपुर गुरुग्राम के नायब तहसीलदार का मुख्यालय अंबाला में जिला उपायुक्त कार्यालय को बनाया गया है, जबकि कुरुक्षेत्र जिले के निलंबित नायब तहसीलदार का मुख्यालय सोनीपत जिला उपायुक्त कार्यालय को बनाया है। सिराज/ईएमएस 06अप्रैल25