ज़रा हटके
05-Apr-2025
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वॉशिंगटन (ईएमएस)। क्या आपको पता है कि ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में पाई जाने वाली इरुकांजी जेलीफिश का जहर किंग कोबरा से भी 100 गुना ज्यादा खतरनाक होता है। यह जेलीफिश इतनी छोटी होती है कि इसका आकार केवल 1 सेंटीमीटर तक बढ़ता है, लेकिन इसका ज़हर इतना तेज़ और खतरनाक है कि इससे 20 वयस्कों की जान जा सकती है। इरुकांजी जेलीफिश का डंक इतना तेज़ होता है कि इससे इंसान को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है, जो कई दिनों तक जारी रह सकता है। इसे इरुकांजी सिंड्रोम कहा जाता है, जिससे पीड़ित व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इस दर्द के कारण पीड़ित व्यक्ति में डिप्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है और वह आत्महत्या तक के विचारों से घिर सकता है। इरुकांजी जेलीफिश के बारे में सबसे खतरनाक बात यह है कि इसके जहर का कोई इलाज नहीं है। इस जेलीफिश के डंक के प्रभाव से बचने के लिए फिलहाल कोई एंटीडोट नहीं उपलब्ध है। इसका शरीर पारदर्शी होता है, जिससे यह पानी में अदृश्य हो जाती है और बिना देखे ही यह किसी को भी डंक मार सकती है। इसकी इस खासियत के कारण यह और भी खतरनाक बन जाती है, क्योंकि इस जेलीफिश से बचने के लिए उसका पता लगाना मुश्किल होता है। इस जेलीफिश का जहर किंग कोबरा के जहर से भी अधिक शक्तिशाली होता है, और इसके प्रभाव से जानलेवा परिणाम हो सकते हैं। यह जेलीफिश पानी में अपना शिकार ढूंढती है और जब कोई इंसान इसके पास आता है, तो यह तुरंत डंक मार देती है। इस डंक से बचने का कोई उपाय नहीं है, क्योंकि इसके जहर का असर तुरंत शुरू हो जाता है और यह शरीर को कई तरह से प्रभावित करता है। हालांकि, इरुकांजी जेलीफिश के डंक का इलाज न होने के बावजूद वैज्ञानिक इस पर अध्ययन कर रहे हैं। सुदामा/ईएमएस 05 अप्रैल 2025