सीएम स्टालिन ने बुलाई सर्वदलीय बैठक नई दिल्ली (ईएमएस)। मेडिकल कोर्स में दाखिल के लिए नीट की परीक्षा का विरोध करने वाली तमिलनाडु की सरकार को बड़ा झटका लगा है। केंद्र सरकार ने मेडिकल में प्रवेश के लिए नीट की परीक्षा से छूट देने और 12वीं के अंकों के आधार पर प्रवेश देने के लिए विधानसभा में पास किए गए विधेयक को मोदी सरकार ने खारिज कर दिया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बताया कि 2021 और 2022 में दो बार बिल को विधानसभा में पास किया गया। लंबे समय से बिल केंद्र सरकार के पास लंबित था और अब बिल को खारिज कर दिया गया है। बीते साल जून में विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पास किया गया था जिसमें कहा गया था कि केंद्र को नीट की परीक्षा खत्म कर देनी चाहिए और स्कूल के अंकों के हिसाब से मेडिकल में प्रवेश देना चाहिए। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए सीएम स्टालिन ने कहा हि देश संघवाद के काले दिनों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि चाहे हिंदी को थोपने का मामला हो या फिर परिसीमन का, केंद्र हमारी नहीं सुन रहा है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने सारे जरूरी तर्क दिए थे इसके बाद भी केंद्र ने एक नहीं सुनी। मुख्यमंत्री ने मामले में आगे के कदम पर विचार करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि 9 अप्रैल को बैठक हो सकती है। स्टालिन ने कहा कि केंद्र ने भले ही तमिलनाडु सरकार के निवेदन को ना माना हो लेकिन हम कानूनी सलाह लेकर इस चुनौती से निपटने की तैयारी कर रहे है। तमिलनाडु सरकार का कहना है कि मौजूदा सिस्टम से केवल अमीरों को फायदा होता है। वे महंगी कोचिंग में अपने बच्चों को पढ़ा पाते हैं। स्टालिन का कहना था कि अगर स्कूल के मार्क्स के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा, तब गरीब बच्चों को भी फायदा मिलेगा। आशीष दुबे / 04 अप्रैल 2025