ब्राजीलिया (ईएमएस)। ब्राजील के 71 वर्षीय जोआओ पिमेंटा दा सिल्वा ने सपने में देखे गए खजाने को पाने के लिए अपनी जान गंवा दी। जोआओ का मानना था कि उनके घर के नीचे सोना दबा हुआ है, और इस विश्वास के चलते उन्होंने अपनी रसोई में खुदाई शुरू कर दी। ब्राजील के मिनास गेराइस राज्य के इपटिंगा में जोआओ के इस जुनून को देखकर उनके पड़ोसी एंटोनियो कोस्टा ने भी उनका साथ दिया। शुरुआत में यह एक साधारण खुदाई थी, लेकिन धीरे-धीरे यह बड़े अभियान में बदल गई। जोआओ ने अपनी पूरी संपत्ति और जमा-पूंजी इस खुदाई में झोंक दी और मजदूरों को भी काम पर रखा। एक साल के भीतर यह गड्ढा 90 सेंटीमीटर चौड़ा और 40 मीटर गहरा हो गया, जो लगभग 13 मंजिला इमारत की ऊंचाई के बराबर था। हालांकि, 5 जनवरी 2024 को यह जुनून उनके लिए घातक साबित हुआ। जब वह गड्ढे में पानी और कीचड़ हटाने के लिए नीचे उतरे, तो हादसा हो गया। कोस्टा ने उन्हें एक झूले जैसे उपकरण से नीचे उतारा, लेकिन जब जोआओ ने ऊपर आने का संकेत दिया, तो अचानक उनका हाथ रस्सी में उलझ गया और वह फिसलकर नीचे गिर गए। कोस्टा ने पुलिस को बताया कि उसने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन वह अकेला था और कोई मदद नहीं थी। देखते ही देखते जोआओ गहरे गड्ढे में समा गए। जब फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची, तो उन्हें बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उनके शरीर पर गंभीर चोटें थीं सिर में गहरे घाव, दोनों पैरों में फ्रैक्चर, कूल्हे की हड्डी टूटी हुई और शरीर पर कई खरोंचें। डॉक्टरों ने उन्हें पॉलीट्रॉमा की स्थिति में मृत घोषित कर दिया। यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पड़ोसियों और जांचकर्ताओं को हैरानी थी कि इतना गहरा गड्ढा सिर्फ घरेलू औजारों से कैसे खोदा गया। मिनास गेराइस फायर ब्रिगेड के अधिकारी लुइस फिलिप डी मिरांडा ने कहा कि यह गड्ढा इतना सटीक और गहरा था कि इसे देखकर एलियन जैसी खुदाई का आभास होता है। सुदामा/ईएमएस 02 अप्रैल 2025
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