31-Mar-2025
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-फरवरी 2025 में भारत के केवल 1,628 अवैध आप्रवासी पकड़े गए अहमदाबाद,(ईएमएस)। अमेरिका में गैरकानूनी तरीके से घुसना मुश्किल हो गया है। ट्रंप प्रशासन ने आव्रजन विरोधी नीतियों को लागू कर दिया है। इससे अब भारतीय जो पहले अमेरिका जाने के लिए अपनी जान भी जोखिम में डालने को तैयार थे, अब डंकी रूट से जाने को डर रहे हैं। डंकी रूट मतलब गैरकानूनी, चोरी छिपे अमेरिका में घुसना। आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2025 में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले भारतीयों की गिरफ्तारी पिछले चार सालों में सबसे कम हुई है। मीडिया रिपोर्ट में एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि फरवरी 2025 में भारत के केवल 1,628 अवैध आप्रवासी पकड़े गए। जनवरी में ये संख्या 3,132 थी और दिसंबर में 5,600 से ज्यादा थी। वह तस्कर, जो प्रवासियों के लिए लाइफलाइन थे, अब वह डर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पकड़े जाने और वापस भारत भेज दिया जाता है। जो लोग पहले से ही अमेरिका में गैरकानूनी रूप से रह रहे हैं, उन्हें अब डर सता रहा है। वे इमीग्रेशन के छापे से बच रहे हैं और पकड़े जाने से बचने के लिए अपनी गतिविधियों को सीमित कर रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक आमतौर पर हर साल 90 हजार से एक लाख भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते थे, लेकिन ट्रंप प्रशासन के तहत सख्त कार्रवाई के कारण ये संख्या पहले से ही काफी कम हो गई है। अब लोगों में पकड़े जाने और वापस भेजे जाने का डर है, इसलिए ये संख्या और भी कम होने की उम्मीद है। इस साल फरवरी में अमेरिका ने 344 भारतीय आप्रवासियों को वापस भेजा था। पहले तीन उड़ानों में लोगों को जंजीरों और हथकड़ी लगाकर लाया गया था। ये दिखाता है कि प्रशासन अवैध आव्रजन के खिलाफ कितना सख्त है। पकड़े गए कुल 1,628 लोगों में से 238 उत्तरी सीमाओं पर, 145 मेक्सिको के साथ दक्षिणी सीमाओं पर और बाकी लोगों को देश के अंदर पकड़ा गया। एक सूत्र ने बताया कि ट्रंप के इमीग्रेशन पर सख्त रुख के कारण अवैध संचालन ठप हो गया है। खासकर उन लोगों का जो भारतीयों को अमेरिका भेजने में मदद करते थे। जब से ट्रंप ने पदभार संभाला है, तस्कर बहुत सतर्क हैं। स्थिति तब और खराब हो गई जब प्रशासन ने सैन्य उड़ानों के जरिए अवैध आप्रवासियों को वापस भेजना शुरू कर दिया। मानव तस्करी अब मुश्किल हो गई है। जो भारतीय पहले से ही अमेरिका में गैरकानूनी रूप से रह रहे हैं, वे भी डरे हैं। कलोल के एक व्यक्ति, जो सालों से वहां रह रहा है, उसने कहा कि हम गुजरात में लोगों को चेतावनी दे रहे हैं कि वे अवैध रास्ता न अपनाएं। इमीग्रेशन अधिकारी बार-बार जांच करते हैं, और हम डरे हुए हैं। हम में से कई लोग बाजारों में जाने से बचते हैं और कुछ ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। हम यहां अमेरिका में बस दिन गिन रहे हैं। सिराज/ईएमएस 31 मार्च 2025