ज़रा हटके
31-Mar-2025
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लंदन (ईएमएस)। अगर आप अपनी लाइफ को खुशहाल बनाना चाहते हैं, तो रोज कम से कम 10-15 मिनट खुलकर हंसना चाहिए। हंसी से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि शरीर भी स्वस्थ रहता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जब कोई व्यक्ति हंसता है, तो उसके शरीर में पैरासिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम सक्रिय हो जाता है, जिससे नसों को आराम मिलता है और तनाव कम होने लगता है। दोस्तों और परिवार के साथ हंसी-मजाक में समय बिताने से मानसिक दबाव कम होता है और जीवन में खुशहाली बढ़ती है। यहां तक कि अकेले भी कोई मजेदार वीडियो देखने से मूड बेहतर होता है और मानसिक थकान दूर होती है। हंसी का प्रभाव सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शरीर पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है। जब कोई व्यक्ति जोर से हंसता है, तो शरीर में अतिरिक्त ऑक्सीजन जाती है, जिससे हार्ट रेट कंट्रोल में रहता है और ब्रेन हेल्थ को भी बढ़ावा मिलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि हंसी से तनाव प्रतिक्रिया का विपरीत असर होता है, जिससे शरीर को शांति मिलती है और ब्रेन फॉग जैसी समस्याएं दूर होती हैं। एक रिसर्च के अनुसार, हंसी से शरीर में तनाव हार्मोन का स्तर कम होता है, ब्लड वेसल्स की सूजन घटती है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। इसका सीधा असर हृदय पर पड़ता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है और ब्लड फ्लो बेहतर होता है। इसके अलावा, हंसी सामाजिक जीवन को भी मजबूत बनाती है। जब कोई व्यक्ति किसी नए व्यक्ति से मिलता है और हंसी-मजाक में उसे शामिल करता है, तो यह दर्शाता है कि दोनों के बीच समझ और भरोसा बन रहा है। एक अच्छा सेंस ऑफ ह्यूमर रिश्तों में मजबूती लाता है और जीवन को खुशहाल बनाता है। इसलिए, अगर आप स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं, तो हंसने की आदत डालें और जीवन के हर पल को खुलकर जिएं। मालूम हो कि आज के दौर में जिंदगी इतनी व्यस्त हो गई है कि लोग सुबह से रात तक काम में डूबे रहते हैं। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव, चिंता और एंजायटी आम समस्या बन चुकी हैं। मानसिक तनाव से न सिर्फ सेहत खराब होती है, बल्कि यह रिश्तों और सोशल लाइफ को भी प्रभावित करता है। सुदामा/ईएमएस 31 मार्च 2025