राष्ट्रीय
29-Mar-2025
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पाकिस्‍तान की तरह बांग्लादेश भी बना भिखारी नई दिल्‍ली (ईएमएस)। भारत से पंगा लेकर बांग्‍लोदश की हालत भी इनदिनों पाकिस्‍तान जैसी हो गई है। नौबत अब भीख मांगने पर आ गई और बांग्‍लादेश के मुख्‍य सलाहकार मोहम्‍मद यूनुस कटोरा लेकर चीन पहुंच गए है। अभी तक पाकिस्‍तान ही लगातार चीन से भीख मांगता था। लेकिन अब इस कड़ी में बांग्‍लादेश का नाम भी जुड़ गया है। यूनुस पिछले बुधवार से ही चीन की यात्रा पर हैं। उन्होंने चीन से उसके कर्जों पर ब्याज दरें कम करने और चीनी वित्त पोषित परियोजनाओं पर प्रतिबद्धता शुल्क माफ करने का अनुरोध किया। उनका मकसद चीन के कर्ज को सस्‍ता करके मौजूदा आर्थिक संकट को कुछ कम करना है। यूनुस ने हैनान में बोआओ फोरम फॉर एशिया एनुअल कॉन्फ्रेंस के दौरान चीनी कार्यकारी उप प्रधानमंत्री डिंग शुएशियांग से मुलाकात कर विभिन्न विकास परियोजनाओं में चीन से समर्थन मांगा। इसका मतलब है कि बांग्‍लादेश को चीन से फिर मदद की आस है, जबकि उस पर पहले से ही चीन का बड़ा कर्ज चल रहा है। चीन, जापान, विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक के बाद बांग्लादेश का चौथा सबसे बड़ा कर्जदाता है, जिसने साल 1975 से अब तक कुल 7.5 अरब डॉलर (करीब 62 हजार करोड़ रुपये) के कर्ज बांटे हैं। यूनुस ने चीन से गुहार लगाई है कि उसके कर्ज पर लगने वाले 3 फीसदी की ब्‍याज दर को घटाकर 1 या 2 फीसदी कर दिया जाए। यूनुस ने डिंग के साथ अपनी बैठक में चीनी विनिर्माण उद्योगों, जिसमें रेडीमेड गारमेंट्स, इलेक्ट्रिक वाहन, हल्की मशीनरी, हाई-टेक इलेक्ट्रॉनिक्स, चिप निर्माण और सोलर पैनल जैसे उद्योग शामिल हैं, उन्‍हें स्थानांतरित करने में बीजिंग की मदद मांगी है। फोरम के दौरान यूनुस ने रूसी उप प्रधानमंत्री एलेक्सी ओवरचुक से भी मुलाकात की, जिन्होंने बांग्लादेश को अधिक गेहूं और उर्वरक निर्यात करने में मॉस्‍को की ओर से रुचि जाहिर की है। उन्होंने कहा, बांग्लादेश को रूस अधिक गेहूं और उर्वरक निर्यात करना चाहता है। इसके अलावा दोनों नेताओं ने रूस द्वारा वित्तपोषित रूपपुर परमाणु ऊर्जा योजना के संचालन पर चर्चा की। इस परियोजना को स्‍थापित करने में रूस ने काफी मदद की थी। आशीष/ईएमएस 29 मार्च 2025