ज़रा हटके
29-Mar-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। इस अत्याधुनिक जगत की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव बढ़ने से लोगों की याददाश्त जल्द ही कमजोर होती जा रही है। ऐसे में किचन में मौजूद कुछ जड़ी-बूटियां आपके दिमाग को तेज और सक्रिय बना सकती हैं। ये जड़ी-बूटियां न सिर्फ एकाग्रता या फोकस को बढ़ाती हैं, बल्कि अल्जाइमर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होती हैं। शोधों में भी यह साबित हो चुका है कि आयुर्वेदिक हर्ब्स (ब्रेन बूस्टिंग हर्ब्स) अल्जाइमर और न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों को रोकने में कारगर होती हैं। अगर आप इन हर्ब्स को अपनी डाइट में शामिल करते हैं, तो आपकी याददाश्त तेज होगी और फोकस बेहतर होगा। आइए जानते हैं आपके किचन में मौजूद ऐसी ही कुछ जड़ी-बूटियों के बारे में— हल्दी : हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है, जो दिमाग की कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाता है। यह मेमोरी पावर को बढ़ाने और न्यूरॉन्स के संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है। इससे भूलने की बीमारी भी कम होती है। दालचीनी : दालचीनी सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाती, बल्कि दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में भी मदद करती है। यह न्यूरल कनेक्शन को मजबूत करती है, जिससे एकाग्रता और फोकस बेहतर होता है। साथ ही, यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने में भी कारगर है। तुलसी : तुलसी न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण तनाव को कम करने में मदद करते हैं। इससे याददाश्त और एकाग्रता में सुधार होता है। अश्वगंधा : आयुर्वेद में अश्वगंधा को सबसे प्रभावी मानसिक टॉनिक माना गया है। यह तनाव को कम करने, न्यूरॉन्स की सुरक्षा करने और फोकस बढ़ाने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से दिमाग को आराम मिलता है और ब्रेन पावर बेहतर होती है। रोजमैरी : रोजमैरी में कार्नोसिक एसिड नामक तत्व पाया जाता है, जो दिमाग की कोशिकाओं को मजबूत बनाता है। यह याददाश्त सुधारने और एकाग्रता बढ़ाने के लिए एक नेचुरल तरीका है। ब्राह्मी : ब्राह्मी को प्राचीन काल से ही याददाश्त और दिमागी शक्ति बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसमें मौजूद बैकोसाइड्स नामक तत्व दिमाग को पोषण देते हैं और तनाव को कम करते हैं। यह ब्रेन फंक्शन सुधारने में बेहद प्रभावी है। कैसे करें इन जड़ी-बूटियों का सेवन? हल्दी: दूध में मिलाकर या खाने में मिलाकर सेवन करें। ब्राह्मी: चाय या जूस के रूप में लिया जा सकता है। दालचीनी: चाय, गर्म पानी या खाने में मिलाकर खाएं। तुलसी: काढ़े या चाय में डालकर सेवन करें। अश्वगंधा: दूध या गर्म पानी में मिलाकर पिया जा सकता है। रोजमैरी: खाने में गार्निशिंग के लिए या हर्बल चाय के रूप में उपयोग करें। अगर आप अपनी याददाश्त को तेज और दिमागी कार्यक्षमता को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो इन प्राकृतिक जड़ी-बूटियों को अपनी डाइट में शामिल करें। ये न केवल ब्रेन फंक्शन को सुधारेंगी, बल्कि तनाव को भी कम करेंगी। आयुर्वेद में इनका महत्व वर्षों से प्रमाणित है, इसलिए इनका सही इस्तेमाल कर अपने मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाएं। हिदायत/ईएमएस 29 मार्च 2025