क्षेत्रीय
28-Mar-2025
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-बाद में शादी का झांसा देकर बनाता रहा हवस का शिकार -विवाहित था कर्नल, पोल खुलने पर शहर से करा लिया तबादला भोपाल(ईएमएस)। महिला थाना पुलिस ने एक महिला आरक्षक की शिकायत पर सेना में पदस्थ एक लेफ्टिनेंट कर्नल के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। आरोप है, कि कर्नल ने घुमाने के बहाने आरक्षक को अपने सरकारी आवास पर ले गया, और वहाँ कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म कर डाला। युवती ने जब उसका विरोध करते हुए शिकायत की बात कही तब उसने शादी करने का झांसा दिया। उसके झांसे में आकर युवती चुप रही, लेकिन बीते दिनो पीड़िता को पता चला की कर्नल शादीशुदा है। युवती ने जब उससे इस संबंध में बात की तब उसने कहा की वह अपनी पहली पत्नी से परेशान है, और जल्द ही उसे तलाक देकर उससे शादी कर लेगा। लेकिन कर्नल ने पीड़िता से शादी नहीं की और उससे दूरियां बढ़ाते हुए भोपाल से बाहर तबादला करा लिया। थाना पुलिस के अनुसार, लेफ्टिनेंट कर्नल वरुण प्रताप सिंह (48) साल 2012-13 में भोपाल में पदस्थ था, इसी दौरान उसकी मुलाकात पीड़िता महिला आरक्षक से हुई थी। आरोप है कि एक बार आरोपी उसे घुमाने के बहाने से उसे अपने सरकारी आवास पर ले गया और वहाँ कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म कर डाला। बाद में जब पीड़िता ने उसका विरोध करते हुए कार्रवाई की बात कही तब उसने पीड़िता से शादी का वादा कर लिया। बाद में पीड़िता को जानकारी लगी की लेफ्टिनेंट कर्नल वरुण प्रताप सिंह शादीशुदा है। इस पर आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल ने महिला आरक्षक से कहा कि वह जल्द ही पहली पत्नी को तलाक देकर उससे शादी कर लेगा। आरोपी फरवरी 2012 से साल 2025 तक उसका दैहिक शोषण करता रहा। बाद में आरोपी ने शादी करने से इंकार कर दिया। जब पीड़िता ने उस पर शादी करने का दबाव डाला तब आरोपी ने पीड़िता को अपनी पोस्ट की धौंस दिखाते हुए मारने की भी धमकी दी। इसके साथ ही कर्नल ने भोपाल से अपना तबादला भी करा लिया। फिलहाल लेफ्टिनेंट कर्नल उत्तराखंड के हलद्वान में पदस्थ है। इसके बाद पीड़िता ने भोपाल के महिला थाने में शिकायत की। पुलिस के प्रकरण दर्ज कर लिया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जानकारी सैन्य मुख्यालय को देने के साथ ही उसकी गिरफ्तारी से संबंधित कार्यवाही की जा रही है। जानकारी के मुताबिक शिकायत में पीड़िता ने पुलिस को यह भी बताया था कि आरोपी कर्नल युवतियों को फसाने के लिए फर्जी नाम से सोशल मीडिया पर फर्जी नाम से अकाउंट चलाता है। इसके अलावा उसके डेटिंग एप पर भी फर्जी खाते है। पुलिस ने जब पीड़िता के आरोपों पर इसकी जांच की तो आरोपी के 2 फर्जी खाते निकले। आर्मी में यह नियम है कि कोई भी सोशल मीडिया खाते नहीं चला सकता लेकिन इसके बावजूद एक लेफ्टिनेंट कर्नल के फर्जी खाते पुलिस को मिले है। जुनेद / 28 मार्च