नई दिल्ली (ईएमएस)। सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में भारतीय परिवार व्यवस्था की गिरावट पर चिंता जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम,एक ओर पूरा विश्व एक परिवार है इस पर विश्वास करते हैं। वहीं हम अपने परिवार के नजदीकी रिश्तों में भी एकता नहीं रख पाते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जाहिर करते हुए कहा, समाज और परिवार वन पर्सन वन फैमिली की ओर बढ़ रहा है। जो चिंता जनक है। सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी एक बुजुर्ग महिला संतोला देवी की याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा। संतोला देवी ने अंतर जाति विवाह करने पर अपने बेटे को संपत्ति से बेदखल कर दिया था। महिला ने अपनी संपत्ति बेटियों और अन्य को बाँट दी थी। लड़का संपत्ति पर अधिकार पाने के लिए यह मामला फैमिली कोर्ट में लेकर गया था। फैमिली कोर्ट ने लड़के के पक्ष में फैसला दिया। इसके विरोध में माँ अपील न्यायाधिकरण में गई। अपील न्यायधिकरण ने बेटे को संपत्ति से बेदखल करने का आदेश दिया। इस फैसले की अपील हाईकोर्ट में हुई। हाईकोर्ट ने अपील न्यायाधिकरण के फैसले को पलट दिया था। हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट मे अपील दायर हुई। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए संपत्ति में बेटे को अधिकार देने का निर्णय करते हुए उपरोक्त टिप्पणी की है। आशीष दुबे / 28 मार्च 2025