मुंबई (ईएमएस)। बालीवुड फिल्म निर्माता दिव्या खोसला ने अपने करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण और शानदार यात्रा बताया। अपनी पहली निर्देशित फिल्म ‘यारियां’ की निर्माण प्रक्रिया को दिव्या खोसला ने याद किया। साल 2014 में रिलीज हुई इस फिल्म में हिमांश कोहली, रकुल प्रीत सिंह, निकोल फारिया और एवलिन शर्मा मुख्य भूमिका में थे। फिल्म की कहानी सिक्किम के एक कॉलेज के छात्रों के संघर्ष पर आधारित थी, जो अपने कैंपस को बचाने के लिए एक प्रतियोगिता जीतने का प्रयास करते हैं। दिव्या ने बताया कि फिल्म बनाना आसान नहीं था और ‘यारियां’ उनके लिए खासतौर पर कठिन रही। उन्होंने कहा, मैंने ऐसी जगहें खोजने की कोशिश की, जहां पहले कभी शूटिंग नहीं हुई थी, इसलिए मैं सिक्किम और दार्जिलिंग गई। पहाड़ की चोटियों पर चढ़ना और उन अनदेखी जगहों की तलाश करना जो स्क्रीन पर पहले कभी नहीं आईं, अपने आप में एक बड़ा चैलेंज था। जब आप ‘यारियां’ देखते हैं, तो हर फ्रेम एक पेंटिंग जैसा लगता है, क्योंकि मैंने इसे उसी तरह डिजाइन किया था। फिल्म निर्माण के दौरान व्यक्तिगत रूप से भी दिव्या के लिए यह समय कठिन था। उन्होंने कहा, जब मैंने शूटिंग शुरू की, तब मेरा बेटा सिर्फ छह महीने का था। एक नई मां होने के साथ-साथ फिल्म का निर्देशन करना मेरे जीवन की सबसे मुश्किल परीक्षा थी। लेकिन इससे भी खास यह था कि दर्शकों ने फिल्म को खूब प्यार दिया। ‘यारियां’ बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्लॉकबस्टर बन गई। फिल्म की री-रिलीज़ को लेकर उत्साहित दिव्या ने कहा, ‘यारियां’ को जब पहली बार रिलीज़ किया गया, तब इसे दर्शकों से बहुत प्यार मिला था। इसे दोबारा रिलीज़ करना, दर्शकों को उनका प्यार लौटाने का मेरा तरीका है। उन्होंने एक खास किस्सा साझा करते हुए कहा, जब मैं अपनी दूसरी फिल्म ‘सनम रे’ की शूटिंग लद्दाख में कर रही थी, तब एक सुनसान जगह पर कुछ पर्यटक आए। उनमें से एक लड़की मेरे पास आई और बताया कि उसने ‘यारियां’ 56 बार देखी है। यह सुनकर मैं हैरान रह गई और मेरा दिल खुशी से भर गया। दिव्या ने कहा कि यह फिल्म उनके लिए बेहद खास है, क्योंकि इसने उन्हें बतौर निर्देशक इंडस्ट्री में पहचान दिलाई। सुदामा/ईएमएस 28 मार्च 2025