वाराणसी (ईएमएस)। ईएनटी विभाग, सर सुंदरलाल अस्पताल, बी.एच.यू, उत्तर प्रदेश और देश के कई आसपास के राज्यों के लोगों की लगातार सेवा कर रहा हैं। पिछले सप्ताह, यहाँ के चिकित्सकों ने एक और सर्जिकल मील का पत्थर हासिल किया। देवरिया की निवासी कमलावती देवी गंभीर बीमारी से ग्रसित थीं। उन्हें अपने बाएं कान से सुनने में कठिनाई हो रही थी, कान में लगातार सिटी बजने की आवाज (टिनिटस), चक्कर आना और सिरदर्द की समस्या दो साल से थी। उन्होंने बीएचयू के ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. शिवा एस. से परामर्श लिया। जांच में पता चला कि उन्हें एक मस्तिष्क ट्यूमर था, जिसे वेस्टिबुलर शवानोमा कहते हैं, जो अपने उन्नत अवस्था में 5 सेंटीमीटर आकार तक बढ़ चुका था और मस्तिष्क के तंतु (ब्रेनस्टेम) पर दबाव बना रहा था, जिससे मस्तिष्क में दबाव बढ़ रहा था और उनकी दृष्टि पर असर पड़ रहा था। रोग की अवस्था को देखते हुए डॉ. शिवा एस ने मरीज को तुरंत सर्जरी कराने की सलाह दी। प्रो. राजेश कुमार नें बताया कि मरीज की सर्जरी ट्रांसलेबिरिंथिन एप्रोच से की गई जिसमें ट्यूमर को कान के रास्ते, बिना मस्तिष्क के किसी हिस्से को नुकसान पहुचाये निकाला गया। ऑपरेशन करीब पाँच घंटे चला और पूरी तरह से सफल रहा। मरीज ऑपरेशन के 24 घंटे के अंदर ही चलने में सक्षम हो गईं और तीन दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। यह सर्जरी डॉ. शिवा एस. ने प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार के मार्गदर्शन में की गयी, जिसमें डॉक्टरों की टीम में प्रो. (डॉ.) विश्वम्भर सिंह, डॉ. एस.के. अग्रवाल, डॉ. शिशुपाल, डॉ. रामराज, डॉ. राहुल, डॉ. चंद्रशेखर, डॉ. जेफ्री, डॉ. मयूर, डॉ. रेवती, डॉ. निकिथा सहित अन्य लोग शामिल थे। एनेस्थेसियोलॉजी टीम की अगुवाई प्रो. ए.पी. सिंह और डॉ. कविता मीना ने की, जिन्होंने पूरी प्रक्रिया में समर्थन प्रदान किया। डॉ. शिव एस ने दावा किया कि पहले इस तरह की सर्जरी न्यूरोसर्जन द्वारा खोपड़ी खोलकर की जाती थी, लेकिन पहली बार पूर्वांचल क्षेत्र और इसके आसपास के सरकारी संस्थान में एक ईएनटी डॉक्टर ने यह सर्जरी की है, जिससे भविष्य में मरीजों को बीएचयू में लाभ मिलेगा। जो मरीज सुनने में कमी, कान में लगातार बजने की आवाज, चक्कर आने या सिरदर्द की समस्या से परेशान हैं, वे बीएचयू के ईएनटी विभाग से संपर्क कर सकते हैं और ऐसे रोगों का उपचार और स्क्रीनिंग करवा सकते हैं। डॉ नरसिंह राम /27 मार्च 2025