वाशिंगटन (ईएमएस)। वाशिंगटन स्थित एक थिंक टैंक और मीडिया की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। खुलासे में बताया गया कि चीनी द्वारा संचालित कंपनियों का एक खुफिया नेटवर्क हाल ही में नौकरी से निकाले गए अमेरिकी सरकारी कर्मचारियों को भर्ती कर रहा है। इस अभियान के तहत फर्जी परामर्श और हेडहंटिंग फर्मों का उपयोग किया जा रहा है, जो विशेष रूप से पूर्व सरकारी कर्मचारियों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) रिसर्चर्स को निशाना बना रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध नेटवर्क में चार कंपनियां शामिल हैं, जिनकी सार्वजनिक रूप से बहुत कम जानकारी मौंजूद है। ये कंपनियां एक ही वेबसाइट सर्वर का उपयोग करती हैं और उनकी डिजिटल उपस्थिति आपस में जुड़ी हुई मिली है। इसमें से एक इंटरनेट सेवा कंपनी स्मियाओ इंटेलिजेंस की वेबसाइट रिपोर्टिंग के दौरान अचानक गायब हो गई। जांच में पाया गया कि इन कंपनियों के फोन नंबर या बंद थे या फिर गलत पते दर्ज किए गए थे। लिंक्डइन और अन्य प्लेटफॉर्म से नौकरियों के विज्ञापन भी हटा दिए गए। अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि यह नेटवर्क उन सरकारी कर्मचारियों की आर्थिक कमजोरियों का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है, जो हाल ही में छंटनी के कारण बेरोजगार हुए हैं। वेवमैक्स इनोवेशन नाम की एक कंपनी ने क्रेग्सलिस्ट पर नौकरियों के विज्ञापन दिए थे, जिसमें हाल ही में निकाले गए अमेरिकी सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाया गया था। इसी तरह, रिवरमर्ज स्ट्रेटेजीज नामक एक और कंपनी ने खुद को भू-राजनीतिक जोखिम परामर्श फर्म बताकर लिंक्डइन पर उच्च पदों के लिए आवेदन मांगे। हालांकि, अभी तक यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि इन कंपनियों का चीन सरकार से कोई संबंध है या नहीं। लेकिन व्हाइट हाउस ने चेतावनी दी है कि चीन अमेरिका की खुली प्रणाली का फायदा उठाने के लिए जासूसी और अन्य रणनीति अपनाता है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियां इस कथित नेटवर्क की जांच कर रही हैं और पूर्व सरकारी कर्मचारियों को किसी भी संदिग्ध नौकरी प्रस्ताव से सावधान रहने की सलाह दी गई है। आशीष/ईएमएस 27 मार्च 2025