उइसेओंग,(ईएमएस)। दक्षिण कोरिया के उइसेओंग जिले में गाउंसा मंदिर, जो करीब 1000 साल पुराना बौद्ध मंदिर है, मंगलवार को जंगल की भीषण आग की चपेट में आ गया। यह मंदिर सिल्ला वंश के दौरान बनाया गया था और इसे ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित किया गया था। जानकारी अनुसार जंगल में लगी आग केवल गाउंसा मंदिर तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि इससे जोसेन वंश (1392-1910) की एक महत्वपूर्ण बौद्ध वास्तुकला संरचना भी नष्ट हो गई। अधिकारियों के अनुसार, यह संरचना भी राष्ट्रीय धरोहर के रूप में नामित थी। इस आग से राष्ट्रीय धरोहर को खासा नुक्सान हुआ है। सुरक्षित निकाले गए भिक्षु और अन्य लोग अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मंदिर में मौजूद सभी भिक्षु और अन्य लोग आग के क्षेत्र में पहुंचने से पहले ही सुरक्षित स्थान पर चले गए थे। हालांकि, इस प्राचीन स्थल को हुए नुकसान की भरपाई करना मुश्किल होगा। जंगल की आग के बढ़ते खतरे को देखते हुए कोरिया हेरिटेज सर्विस ने राष्ट्रीय धरोहर स्थलों को आग से बचाने के लिए आपदा चेतावनी स्तर को ‘गंभीर’ तक बढ़ा दिया है। यह पहली बार है जब इस चेतावनी स्तर को उच्चतम स्तर तक बढ़ाया गया है। दक्षिण कोरिया में यह आग एक बड़ी सांस्कृतिक क्षति मानी जा रही है और अधिकारी इसे नियंत्रित करने के लिए आपातकालीन कदम उठा रहे हैं। हिदायत/ईएमएस 26मार्च25