मनोरंजन
24-Mar-2025
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मुंबई (ईएमएस)। बॉलीवुड अभिनेत्री कृतिका कामरा मप्र के चंदेरी की महिला कारीगरों के साथ समय बिताएंगी। कृतिका का मानना है कि एक कलाकार के रूप में उन्हें अपनी पहचान और प्रभाव का उपयोग समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए करना चाहिए। कृतिका का मध्य प्रदेश से गहरा जुड़ाव है, क्योंकि उनकी मां भी यहीं से हैं। उन्होंने बचपन में चंदेरी की समृद्ध कारीगरी और वहां के हस्तशिल्प को करीब से देखा है। इसी वजह से उन्होंने इस क्षेत्र की महिलाओं को समर्थन देने और उनके कौशल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का संकल्प लिया है। उनका कहना है, जब हमने यह पहल शुरू की थी, तब हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य था कि राज्य की महिलाओं, विशेष रूप से चंदेरी की महिला कारीगरों को रोजगार के अवसर दिए जाएं और उनके पारंपरिक हुनर को एक नई पहचान मिले। चंदेरी की हथकरघा कारीगरी अपनी बारीकी और पारंपरिक डिजाइन के लिए जानी जाती है, लेकिन यहां के कलाकारों को उनके काम की उचित कीमत नहीं मिल पाती। कृतिका की इस पहल का उद्देश्य इन कारीगरों को उचित पारिश्रमिक दिलाने और उनके उत्पादों को बड़े बाजार तक पहुंचाने का है। उनका कहना है कि कई बार पारंपरिक कलाकारों को उनके हुनर की सही कीमत नहीं मिलती, जिससे उनके जीवनयापन में कठिनाइयां आती हैं। वह चाहती हैं कि इन महिलाओं को न केवल आर्थिक मजबूती मिले, बल्कि उनके काम को भी एक नई दिशा दी जाए। अभिनेत्री का कहना है कि वह अपने राज्य के लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं और इस पहल के जरिए वह अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ने की योजना बना रही हैं। आने वाले दिनों में कृतिका चंदेरी जाकर इन महिलाओं से मुलाकात करेंगी और उनके साथ काम करने की योजना बनाएंगी। उन्होंने कहा कि चंदेरी की हथकरघा कारीगरी न केवल देश की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम भूमिका निभाती है। उनका लक्ष्य है कि इन महिलाओं को उनके काम के लिए उचित पहचान और बाजार मिले, ताकि उनकी जिंदगी में सुधार हो सके और वे सशक्त बन सकें। बता दें कि चंदेरी की महिला कामगार वे महिलाएं हैं, जो कृतिका कामरा की एक खास पहल का हिस्सा हैं, जिसे उन्होंने 2024 में शुरू किया था। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। सुदामा नरवरे/24 मार्च 2025