भिलाई (ईएमएस)। भिलाई इस्पात संयंत्र में उन्नत सेल ग्रीन पेवर/टाइल्स प्लांट का कार्यपालक निदेशक वक्र्स राकेश कुमार ने उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में विभिन्न विभागों के मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी, मुख्य महाप्रबंधकगण तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्नत पेवर/टाइल्स प्लांट की प्रचालन प्रणालियों से उपस्थितजनों को अवगत कराया गया। यह उन्नत पेवर/टाइल्स प्लांट, सतत विकास एवं संसाधन संरक्षण की दिशा में संयंत्र का एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रतिदिन 2000 टाइल्स/पेवर ब्लॉक उत्पादन क्षमता वाले इस प्लांट में इस्पात निर्माण प्रक्रिया में उप उत्पाद (बायप्रोडक्ट) के रूप में उत्पन्न प्रोसेस्ड स्टील स्लैग का उपयोग प्रमुख कच्चे माल के रूप में किया जाता है। इस प्रोसेस्ड स्लैग को तीन भागों 0-5 मिमी, 5-15 मिमी और 16-45 मिमी में वर्गीकृत किया जाता है। जिसके अंतर्गत 5-15 मिमी अंश का पूर्व में सीमित उपयोग था। इस चुनौती का समाधान करने हेतु मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) श्री तापस दासगुप्ता के मार्गदर्शन में इस अंश का उपयोग पेवर निर्माण प्रक्रिया में सुनिश्चित करने की पहल की गई, जिससे अपशिष्ट को एक मूल्यवान संसाधन में परिवर्तित किया गया। कार्यपालक निदेशक वक्र्स राकेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार की पहल न केवल कार्यस्थल को स्वच्छ और सुंदर बनाने में सहायक है, बल्कि कर्मचारियों के समग्र स्वास्थ्य और प्रसन्नता में भी वृद्धि करती है। श्री राकेश कुमार ने यह भी आश्वस्त किया कि उन्नत ‘सेल ग्रीन पेवर/टाइल्स प्लांट’ के सुचारू संचालन और भविष्य में इसकी सफलता के लिए हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य ठोस अपशिष्ट का 100 प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करना है, जिससे संसाधनों का संरक्षण हो और पार्कों, पाथवे, पार्किंग स्थल तथा गोदामों की सुंदरता में भी वृद्धि हो। यह परियोजना पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एम.ओ.ई.एफ - सी.सी) द्वारा निर्धारित पर्यावरणीय मानकों का पूर्ण पालन करती है। उल्लेखनीय है कि ‘सेल ग्रीन पेवर/टाइल्स प्लांट’ पूर्व में अपनी नवाचारपूर्ण एवं सतत विकास की उत्कृष्ट पहल के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार प्राप्त कर चुका है। कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र चौधरी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक एमआरडी आलोक माथुर द्वारा दिया गया। ईएमएस/शमशीर सीवानी/ 18 मार्च 2025