राज्य
18-Mar-2025


जरूरतमंदों को मिलने वाली आपदा राहत राशि अपात्रों के खातों में ट्रांसफर कर भाजपा ने पात्र हितग्राहियों के साथ किया धोखा: जीतू पटवारी केग की रिपोर्ट में खुलासा, भाजपा ने डकारे पात्रों के 24 करोड़: जीतू पटवारी भोपाल(ईएमएस)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा की डबल इंजन सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा है कि जनता के साथ कुठाराघात कर आपदा में अवसर लताशना भाजपा का पुराना और पारंपरिक रवैया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में केग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राज्य में गरीबों और किसानों की मदद के नाम पर करोड़ों रुपये की लूट हुई है। यह मामला सिर्फ पैसों के गबन का नहीं, बल्कि हजारों गरीब परिवारों के साथ हुए अन्याय का है, जिनका घर बर्बाद हुआ, जिनकी फसलें तबाह हो गईं और जो सही मायनों में इस मदद के हकदार थे। आपदा राहत की राशि में भी लूट कर जनता के साथ कुठाराघात कर भ्रष्टाचारी बीजेपी सरकार की ‘डबल इंजन’ की नीति का एक और काला अध्याय रचा गया है। श्री पटवारी ने 23.81 करोड़ रू. की आपदा राहत राशि के हुये गबन को भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार की परंपरा का हिस्सा बताते हुए कहा कि ‘जब प्रदेश के किसान और गरीब मजदूर बाढ़, सूखा और प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे थे, तब बीजेपी सरकार ने राहत देने के बजाय अपने अफसरों और करीबी लोगों की जेबें भरने का काम किया। व्यापमं घोटाला, राशन घोटाला, पोषण आहार घोटाला और अब आपदा राहत घोटाला इस सरकार में उजागर हुआ है। क्या यही बीजेपी की डबल इंजन की सरकार का असली मॉडल है? श्री पटवारी ने बीजेपी सरकार को घेरते हुए कहा कि केग की रिपोर्ट ने यह साफ कर दिया है कि राहत राशि जरूरतमंदों तक पहुंचने के बजाय अपात्र लोगों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई। केग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 23.81 करोड़ रू. की आपदा राहत राशि अपात्र लोगों को दी गई। रिपोर्ट में सामने आया है कि फर्जी दस्तावेजों और जाली स्वीकृति आदेशों के आधार पर गड़बड़ियां की गईं। यह राशि सरकारी कर्मचारियों और उनके रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर की गई और जो जरूरतमंद किसान और मजदूर वास्तव में इस राशि की सहायता के हकदार थे, वे राहत से वंचित रहे। श्री पटवारी ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी का मतलब ही भ्रष्टाचार, जुमलेबाजी और गरीबों की लूट बन चुका है। जनता के हक का पैसा घोटालेबाजों की जेब में जा रहा है। अगर सरकार ईमानदार होती, तो यह पैसा गरीबों तक पहुंचता, न कि अफसरों और नेताओं के परिजनों की जेब में जाता। राज्य सरकार ने पूर्व में भी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए 10,060 करोड़ रुपये वितरित किए थे लेकिन 13 जिलों में यह राशि अपात्र लोगों, सरकारी कर्मचारियों और उनके रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई। श्री पटवारी ने केग की रिपोर्ट के खुलासे के बाद आपदा राशि में हुये भ्रष्टाचार को लेकर मांग करते हुये कहा कि इस घोटाले की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच करायी जाये, लूट में शामिल सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। पात्र एवं पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के लिए पारदर्शी मुआवजा व्यवस्था लागू की जाए और साथ ही जनता के पैसों की सुरक्षा के लिए भ्रष्टाचार विरोधी कड़े कानून बनाए जाएं। श्री पटवारी ने कहा कि सवाल किया कि क्या बीजेपी सरकार इन घोटालेबाजों पर कार्रवाई करेगी या हमेशा की तरह उन्हें बचाने का खेल खेलेगी? उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के लोग अब इस भ्रष्ट सरकार को और सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यह समय है कि हर नागरिक अपनी आवाज उठाए और बीजेपी सरकार को जवाबदेह बनाए। जरूरतमंदों के साथ की गई इस लूट के खिलाफ कांग्रेस आंदोलन कर सरकार से जवाब मांगेगी और भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी। हरि प्रसाद पाल / 18 फरवरी, 2025