राज्य
18-Mar-2025


कांग्रेस के सदस्यों ने की रिटायर्ड जज से न्यायिक जांच कराने की मांग भोपाल (ईएमएस)। मप्र विधानसभा के बजट सत्र के छठवें दिन मंगलवार को मंडला में एक आदिवासी युवक के एनकाउंटर को लेकर दूसरे दिन भी ध्यानाकर्शण के दौरान जमकर हंगामा किया गया। विधानसभा में ध्यानाकर्शण के दौरान कांग्रेस के डॉ विक्रांत भूरिया ने कहा कि आदिवासियों की जान इतनी सस्ती नहीं है कि नक्सली के नाम पर मार दिया जाए। पुलिस टारगेट पूरा करने के लिए आदिवासियों को मार रही है। आदिवासियों यहां के मूल निवासी है वे जंगलों को छोडकर कहीं नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने म्रत युवक को पहले नक्सली बताया गया बाद में नक्सलियों का समर्थक। उन्होंने मामले की जांच रिटायर्ड जज से करवाने की मांग की। जवाब में मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि टारगेट पूर्ण करने लिए आदिवासियों को मारा जा रहा है। उन्होंने सदन को जानकारी दी कि क्षेत्र में नक्सली मूवमेंट की सूचना मिली थी, इसके बाद पुलिस ने एम्बुस लगाया था। जिसके बाद दोनों तरफ फायरिंग हुई। करीब दो घंटे तक फायरिंग चली तब तक रात हो चुकी थी, दूसरे दिन घटनास्थल पर आकर जांच की गई तो वहां पर एक युवक का शव मिला। उन्होंने कहाकि पुलिस की कार्रवाई संदेह से परे है, मामले में वैधानिक कार्यवाही जारी है। मामले में कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी जारी कर दिए है। सरकार ने अवगत कराया कि मुख्यमंत्री सहायता कोष से म्रतक के परिवार को दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। जवाब से असंतुष्ठ डॉ भूरिया ने कहा कि विधायल दल की जांच कमेटी बना दे जो वहां जाकर जांच कर लेंगी। उत्तर में मंत्री श्री पटेल ने कहा कि एसआई जांच चल रही है, जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया, नारायण सिंह पट्टा और ओमकार सिंह मरकाम ने आदिवासियों को नक्सली बता कर एनकाउंटर करने के मामले में ध्यानकर्षण लगाया है। इसी मुद्दे पर कल सोमवार को मामले में विपक्ष ने जांच कराने की मांग को कर विधानसभा की कार्रवाई का बहिष्कार किया था। सुदामा नरवरे/18 मार्च 2025