राज्य
18-Mar-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। रोहिंग्या शरणार्थी छात्र अब दिल्ली के स्कूलों में देशभक्ति का पाठ पढ़ेंगे। कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के खजूरी खास की श्रीराम कॉलोनी के आस-पास स्थित सरकारी स्कूलों ने अभिभावकों से आवेदन करने के लिए संपर्क किया है। यहां रहने वाले 19 में से 11 बच्चों के आवेदन स्कूलों को प्राप्त हो गए हैं, जबकि 8 बच्चों के रजिस्ट्रेशन होना बाकी हैं। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि जो भी शिक्षा विभाग से सुविधा मिलती है, वह इन सभी बच्चों को दी जाएगी। हालांकि, अभी देखना यह है कि इन्हें किस क्लास में दाखिला देना है। इनमें अधिकतर बच्चे 6 से 14 साल के हैं। वहीं, दूसरी ओर कोर्ट के आदेश के बाद रोहिंग्या शरणार्थियों में खुशी की लहर है। शरणार्थी उमर फारूक कहते हैं कि वह 2016 में भारत आए थे। बेटा हुसैन अहमद स्कूल जाने से वंचित था। अहमद की उम्र बढ़ती जा रही है। अब वह 9 साल का है। ऐसे में स्कूल जाना बहुत जरूरी है। वह रुंधे गले से कहते हैं कि बच्चे पढ़ जाएंगे तो आने वाली पीढ़ी की जिंदगी भी संवर सकती है। म्यांमार में हालात ठीक नहीं थे तो जान बचाना जरूरी था। बच्चों को स्कूल जाते देखना किसी सुकून से कम नहीं है। उन्होंने न्यायपालिका का शुक्र अदा किया और कहा कि भारत की न्याय प्रणाली पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली /ईएमएस/18/मार्च /2025