राष्ट्रीय
17-Mar-2025
...


अमरावती (ईएमएस)। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि बेकार की राजनीति के बजाय, हमें इस बारे में सोचना चाहिए कि हम संचार के लिए कैसे ज्यादा भाषाएं सीख सकते हैं। आंध्र सीएम ने यह भी कहा कि जो लोग अपनी मातृभाषा पर गर्व करते हैं, वे दुनिया भर में सफलता हासिल करते हैं। चंद्रबाबू नायडू ने तीन भाषा फॉर्मूले का समर्थन किया है। आंध्र विधानसभा में बोलते हुए नायडू ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भाषा ज्ञान का पैमाना नहीं बल्कि कम्युनिकेशन का जरिया है। अपने रुख को दोहराते हुए नायडू ने कहा कि भाषा कोई नफरत की चीज नहीं है। हमारी मातृभाषा तेलुगु है। राष्ट्रीय (जातीय भाषा) भाषा हिंदी है। अंतरराष्ट्रीय भाषा अंग्रेजी है। हमें अपनी आजीविका के लिए जितनी संभव हो उतनी भाषाएं सीखनी चाहिए, लेकिन हमें अपनी मातृभाषा कभी नहीं भूलनी चाहिए। हिंदी के विषय पर नायडू ने तर्क दिया कि भाषा सीखना दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में कम्युनिकेशन के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि अगर हम हिंदी जैसी राष्ट्रीय भाषा सीखते हैं, तो दिल्ली जाने पर भी धाराप्रवाह बोलना आसान होगा। उन्होंने कहा कि गैर जरूरी राजनीति को भाषा सीखने के व्यावहारिक लाभों पर हावी नहीं होना चाहिए।