भोपाल(ईएमएस)।एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह संस्थान में शैक्षणिक श्रेष्ठता और ज्ञान के आदान-प्रदान को एक प्रेरक परंपरा के रूप में विकसित कर रहे हैं। उनकी प्रेरणा से संकाय सदस्य और छात्र निरंतर उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। हाल ही में, एम्स भोपाल के नेत्र विज्ञान विभाग की प्रमुख, प्रो. भावना शर्मा को 2024 और 2025 के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संसाधन शिक्षक ऑफ इंडिया स्वर्ण पट्टिका से सम्मानित किया गया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान ऑल इंडिया ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी (AIOS) द्वारा गुरुसंगम पहल के तहत प्रदान किया जाता है, जो देश के सबसे उत्कृष्ट नेत्र विज्ञान शिक्षकों को मान्यता देता है। गुरुसंगम एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी आयोजन है, जिसे तीन चरणों में आयोजित किया जाता है, जहां शिक्षकों का उनके निरंतरता और उत्कृष्टता के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है। यह सम्मान डॉ. शर्मा को आगामी वर्ष में भारतीय नेत्र विज्ञान के प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य की उपाधि प्राप्त करने के मार्ग पर अग्रसर करता है। अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, प्रो. भावना शर्मा ने कहा: यह सम्मान मेरे शिक्षकों के मार्गदर्शन, मेरे माता-पिता के अटूट समर्थन और मेरे छात्रों व रोगियों के विश्वास का प्रमाण है। मैं इस सम्मान को उन सभी को समर्पित करती हूँ जिन्होंने मेरे सफर को आकार दिया और मेरी प्रगति में योगदान दिया। मेरे शिक्षक, माता-पिता, छात्र और रोगी मुझे हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करते हैं। इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा: प्रो. भावना शर्मा का लगातार दो वर्षों तक नेशनल रिसोर्स टीचर ऑफ इंडिया के रूप में सम्मानित किया जाना एम्स भोपाल की शैक्षणिक उत्कृष्टता और चिकित्सा शिक्षा में नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनके मार्गदर्शन और रोगी देखभाल के प्रति समर्पण वास्तव में प्रेरणादायक है। यह उपलब्धि न केवल हमारे संस्थान के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे देश के शिक्षकों और चिकित्सकों के लिए एक मानक स्थापित करती है। हरि प्रसाद पाल / 17 / मार्च, 2025