भोपाल(ईएमएस)। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में बालरोग विभाग द्वारा 11 मार्च से 17 मार्च तक विश्व किडनी सप्ताह के तहत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों के लिए पेंटिंग, डांस और फैशन शो जैसी सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मियों के लिए क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सीनियर रेजिडेंट, जूनियर रेजिडेंट और नर्सिंग अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में बालरोग विभाग के सभी संकाय सदस्यों समेत लगभग 150 प्रतिभागी शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. (डॉ.) अजय सिंह द्वारा किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा, दुनिया भर में हर 10 में से 1 व्यक्ति किसी न किसी रूप में क्रोनिक किडनी रोग (CKD) से पीड़ित है। यदि समय रहते इसकी पहचान की जाए, तो गुर्दे के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है। बालरोग विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) शिखा मालिक ने किडनी स्वास्थ्य के प्रति विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बालरोग विभाग समर्पण भाव से बच्चों के निदान और इलाज में कार्यरत है, जिससे इन बच्चों को बेहतर जीवन सुनिश्चित किया जा सके। कार्यक्रम के दौरान किडनी रोग से पीड़ित बच्चों और उनके अभिभावकों ने अपने अनुभव साझा किए। एक अभिभावक, जिनकी बच्ची अंतिम चरण की किडनी की बीमारी से पीड़ित थी, ने बताया कि कैसे उन्होंने डायलिसिस के दौरान कठिनाइयों का सामना किया और अपने डर को खत्म कर संघर्ष जारी रखा। इसी तरह, एक अन्य अभिभावक, जिनका बच्चा हेमोलिटिक यूरेमिक सिंड्रोम से पीड़ित था, ने प्लाज्मा एक्सचेंज प्रक्रिया के दौरान आई चुनौतियों और उनके समाधान साझा किए। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में उनका बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ है। इन अनुभवों ने अन्य उपस्थित अभिभावकों को हौसला दिया और प्रेरित किया। बालरोग नेफ्रोलॉजी डिवीजन के विशेषज्ञ डॉ. गिरीश चंद्र भट्ट ने अभिभावक सहायता समूह के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह समूह किडनी रोग से पीड़ित बच्चों के माता-पिता को भावनात्मक समर्थन और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है, जिससे वे मानसिक तनाव को कम कर अपनी चिंताओं को साझा कर सकते हैं। सफल उपचार की कहानियां माता-पिता के आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं। इस कार्यक्रम में डॉ. शशांक पुरवार, कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. महेश माहेश्वरी, डॉ. भावना ढींगरा और डॉ. कीर्ति स्वर्णकार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन डॉ. अम्बर कुमार द्वारा किया गया, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों और आयोजन समिति को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समुदाय में किडनी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हरि प्रसाद पाल / 17 / मार्च, 2025