व्यापार
17-Mar-2025
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- रूस और सऊदी से कम हुई सप्लाई नई दिल्ली (ईएमएस)। ‎‎पिछले साल दिसंबर में भारत ने रूस, सऊदी अरब और कुवैत जैसे पश्चिमी एशियाई आपूर्तिकर्ताओं से कच्चे तेल की आयात में दर्जनों फीसदी की कमी देखी है। वाणिज्य विभाग के अनुसार रूस से कच्चे तेल की आयात में 18.48 फीसदी गिरावट आई है, जो दिसंबर 2023 के मुकाबले 3.92 अरब डॉलर कम है। साथ ही, सऊदी अरब और कुवैत से भी आयात में 43.1 और 38 फीसदी की कमी देखी गई है। दिसंबर से पहले रूस से कच्चे तेल की आवक नवंबर, अक्टूबर और सितंबर में क्रमशः 8 फीसदी, 53 फीसदी और 34.2 फीसदी बढ़ी। बड़ी घरेलू रिफाइनरीज में रखरखाव के काम के कारण योजनाबद्ध तरीके से बंदी की वजह से अगस्त में आयात घटा था। ब्रेंट क्रूड की कीमत दिसंबर 2023 की तुलना में दिसंबर 2024 में 4.57 डॉलर प्रति बैरल कम थी। रूस से कच्चे तेल के आयात में कमी न सिर्फ कम कीमत की वजह से है, बल्कि आंकड़ों से पता चलता है कि मात्रा के हिसाब से भी आयात में 12.3 फीसदी की गिरावट आई है। अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने पहले कहा था कि रूस में ज्यादा घरेलू मांग की वजह से तेल निर्यात घटा है क्योंकि रखरखाव का काम पूरा होने के बाद ज्यादातर रूस की रिफाइनरियां कामकाज शुरू कर रही हैं। हालांकि कीमत छूट में कमी की भी इसमें भूमिका हो सकती है। आयात के अन्य बड़े स्रोतों सऊदी अरब और कुवैत ने भी क्रमशः 43.1 फीसदी और 38 फीसदी कम तेल भेजा है। इन दो देशों से मात्रा के हिसाब से भी तेल आयात में क्रमशः 36.4 फीसदी और 33.6 फीसदी गिरावट आई है। दोनों देशों से कुल तेल निर्यात में गिरावट के कारण ऐसा हुआ। सतीश मोरे/17मार्च ---