अयोध्या,(ईएमएस)। अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का निधन के कई दिनों के बाद अयोध्या में अब कोई मुख्य पुजारी नहीं होगा। ये जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सचिव चंपत राय ने दी है। चंपत ने आचार्य सत्येंद्र दास के निधन के बाद नए मुख्य पुजारी की नियुक्ति पर पूछे गए सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की। चंपत राय ने कहा कि अब कोई मुख्य पुजारी नहीं होगा क्योंकि सत्येंद्र दास की उम्र और सम्मान का कोई व्यक्ति नहीं है। राय ने रविवार को कहा कि इतने लंबे समय तक कोई और हनुमानगढ़ी का महंत नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि वे 1993 से सेवा कर रहे थे। वे 100 रुपए मासिक वेतन लेते थे। अब हर कोई युवा और नया है, कोई भी उनके जितना विद्वान नहीं है। अब, किसी को मुख्य पुजारी के रूप में संबोधित करना अतिशयोक्ति होगी। बता दें सत्येंद्र दास एक महंत और अयोध्या राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी थे। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद के विध्वंस से पहले भी वे राम मंदिर के मुख्य पुजारी थे। आचार्य सत्येंद्र दास को अयोध्या के सबसे सुलभ संतों में से एक माना जाता था और अक्सर मीडियाकर्मी अयोध्या और राम मंदिर से संबंधित घटनाक्रमों के बारे में जानकारी के लिए उनसे संपर्क करते थे। इस साल 12 फरवरी को 83 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। ब्रेन स्ट्रोक के बाद उन्हें 3 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिराज/ईएमएस 17मार्च25 ----------------------------