-चीन से टकराव नहीं प्रतिस्पर्धा नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक साहसी नेता बताया है और वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान को धोखा देने वाला करार दिया है। दरअसल पीएम मोदी ने रविवार को अमेरिकन एआई रिसर्चर लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में शिरकत की। करीब तीन घंटे चली बातचीत में पीएम मोदी ने पाकिस्तान, चीन, अमेरिका, वैश्विक राजनीति, खेल, राजनीति और निजी जीवन से जुड़े मामलों पर अपनी बेबाकी से राय रखी। इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को लेकर कहा कि भारत ने शांति की हमेशा पहल की, लेकिन बदले में विश्वासघात ही मिला। उन्होंने कहा, कि 2014 में जब मैंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, तो मैंने पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को विशेष रूप से आमंत्रित किया था। हमें उम्मीद थी कि यह एक नए अध्याय की शुरुआत होगी, लेकिन हर शांति प्रयास के बदले हमें दुश्मनी वाला धोखा ही मिला। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की जनता शांति चाहती है, लेकिन वहां की सरकारें लगातार उकसावे वाली नीति अपनाती रही हैं। चीन से टकराव नहीं प्रतिस्पर्धा पीएम मोदी ने भारत-चीन संबंधों को लेकर कहा कि दोनों देशों को टकराव से बचते हुए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। उन्होंने कहा, कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मेरी बैठक के बाद हमने सीमा पर सामान्य स्थिति की वापसी देखी है। हम 2020 से पहले की स्थिति बहाल करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। विश्वास बनने में समय लगेगा, लेकिन हम बातचीत के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि 21वीं सदी एशिया की सदी है, और भारत-चीन को मिलकर आगे बढ़ना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक संस्थाओं पर मोदी की राय पीएम मोदी ने वैश्विक संस्थाओं की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठन अपनी प्रासंगिकता खोते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, कि कोविड महामारी ने दुनिया की सीमाओं को उजागर किया है, लेकिन इससे सीखने के बजाय दुनिया और अधिक विखंडित हो गई है। वैश्विक नियमों को लागू करने में अंतरराष्ट्रीय संगठन विफल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जो देश वैश्विक नियमों का पालन नहीं करते, उनके खिलाफ ठोस कदम उठाने की जरूरत है। ट्रम्प एक साहसी नेता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें साहसी नेता बताया। उन्होंने कहा कि ट्रम्प ने कई मौकों पर निर्णायक फैसले लिए, जिससे वैश्विक राजनीति में उनका प्रभाव बढ़ा है। उनके फैसले बताते हैं कि वो एक साहसी नेता हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह इंटरव्यू कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत की स्थिति स्पष्ट करता है। उन्होंने पाकिस्तान के साथ संबंधों की सच्चाई बताई, चीन के साथ प्रतिस्पर्धा की जरूरत पर बल दिया और वैश्विक संस्थाओं की प्रासंगिकता पर सवाल उठाए। उनका यह बयान अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भारत की सक्रिय भूमिका को दर्शाता है। हिदायत/ईएमएस 17मार्च25