राज्य
17-Mar-2025


मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई लोकल का विस्तार किया जा रहा है। दरअसल लोकल ट्रेनों में भीड़भाड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बड़ी संख्या में लोग कार्यालय के काम सहित विभिन्न कारणों से मुंबई आते हैं। इसलिए सड़क मार्ग की अपेक्षा लोकल ट्रेन से यात्रा अधिक सुविधाजनक है। हालांकि, लोकल ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के कारण नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इसलिए अब इस बढ़ती भीड़भाड़ से निपटने के लिए लोकल ट्रेनों का विस्तार किया जा रहा है। पश्चिम रेलवे पर जल्द ही एक नई लाइन बनाई जा रही है। मुंबई रेलवे विकास निगम (एमआरवीसी) के माध्यम से चल रहा विरार-डहाणू चार लाइन का काम 35 प्रतिशत पूरा हो चुका है। एमआरवीसी का लक्ष्य इसे 2027 तक पूरा करना है। अधिकारियों ने कहा कि इस नए रूट से लोकल ट्रेन सेवाओं की संख्या में 200 से अधिक की वृद्धि होगी। मुंबई शहरी परिवहन परियोजना-3 के तहत चल रही इस परियोजना के लिए 3 हजार 578 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। यह 64 किलोमीटर लम्बी परियोजना है। इस परियोजना में एक नई तीसरी और चौथी लेन का निर्माण किया जा रहा है। पश्चिम रेलवे के विरार और डहाणू रोड के बीच मौजूदा डबल ट्रैक पर उपनगरीय, मालगाड़ी और एक्सप्रेस ट्रेनों का भारी दबाव है। इससे रेलवे की कार्यकुशलता प्रभावित होती है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में रेल यात्राओं की संख्या बढ़ाने में भी कठिनाइयाँ थीं। अब नया रेल लाइन बिछाने से विरार से डहाणू और चर्चगेट से डहाणू के बीच लोकल ट्रेनों की सेवाएं बढ़ाने में मदद मिलेगी। वर्तमान में चर्चगेट और डहाणू के बीच प्रतिदिन 6 से 7 सीधी ट्रेनें चलती हैं। चार लाइन बनने से विरार-डहाणू के बीच लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू हो जाएंगी, साथ ही पूरे मार्ग पर 200 से अधिक लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू हो जाएंगी। वर्तमान में विरार, वैतरणा, सफाले, केलवे रोड, डहाणू रोड और उमरोली स्टेशनों सहित पुलों पर स्टेशन भवनों का निर्माण कार्य चल रहा है। विरार-डहाणू रोड चार लाइन परियोजना उपनगरीय और मुख्य रेलवे नेटवर्क पर भीड़भाड़ को कम करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। परियोजना पूरी हो जाने पर रेल सेवाएं बढ़ेंगी, जिससे ट्रेनों में भीड़भाड़ भी कम होगी। वर्तमान में इस मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है, जिसमें 29.17 हेक्टेयर निजी भूमि, 10.26 हेक्टेयर सरकारी भूमि तथा 29.17 हेक्टेयर वन भूमि शामिल है। विरार-डहाणू रोड पर कुल 16 बड़े पुलों का निर्माण किया जाएगा, जिनमें से 4 पुलों का निर्माण पूरा हो चुका है। जबकि 40 छोटे पुलों का काम पूरा हो चुका है। इस मार्ग पर 4 अंडर ब्रिज और 1 रेलवे ओवर ब्रिज भी होगा। संजय/संतोष झा- १७ मार्च/२०२५/ईएमएस