राज्य
16-Mar-2025


पात्रता मापदंड, कांट्रेक्टर पंजीकरण व नवीनीकरण सहित विभिन्न मुद्दे उठाए बायोमेट्रिक की खामियां सुधारेगा मैनेजमेंट, ग्रुप इंश्योरेंस और आरसी टाउनशिप की होगी समीक्षा भिलाई (ईएमएस)। सेल स्टील प्लांट कांट्रेक्टर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने भिलाई स्टील प्लांट के कार्यपालक निदेशक मानव संसाधन पवन कुमार के साथ बैठक की। इस दौरान उनसे कांट्रेक्टर और ठेका मजदूरों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सकारात्मक की गई। एसोसिएशन के उठाए गए मुद्दों पर ईडी पवन कुमार ने साफ किया कि बीएसपी में पंजीकृत सभी ठेकेदार की चिंताओं को प्रबंधन गंभीरता से ले रहा है और जो भी बिंदु प्रबंधन के समक्ष उठाए जाएंगे उन पर समाधान निकाला जाएगा। इस्पात भवन में सेल स्टील प्लांट कांट्रेक्टर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के स्वागत उपरांत ईडी पवन कुमार ने कहा कि कांट्रेक्टर और ठेका मजदूर दोनों हमारे भिलाई स्टील प्लांट के अनिवार्य अंग है और इनकी कहीं भी उपेक्षा नहीं होगी। एसोसिएशन के प्रेसिडेंट के. ए. अब्दुल कादर ने उम्मीद जताई कि उनके द्वारा उठाए गए सभी बिंदुओं पर प्रबंधन सकारात्मक हल निकालेगा। बैठक में एसोसिएशन ने इस दौरान बायोमैट्रिक सिस्टम को लेकर चर्चा की। एसोसिएशन का कहना था कि बायोमेट्रिक हर जगह संभव नहीं है। खास कर शट डाउन, ब्रेकडाउन, आकस्मिक मरम्मत और अत्याधिक ऊंचाई पर किए जाने वाले जॉब में समयबद्ध हाजिरी लगाते हुए काम नहीं हो सकता। पदाधिकारियों ने बताया कि बहुत से विभागों में बायोमैट्रिक सिस्टम बंद भी पड़ा है। ईडी पवन कुमार ने कहा कि दो महीने में समीक्षा कर व्यवस्था में सुधार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बायोमैट्रिक सिस्टम एक नीतिगत मसला है, इसलिए इसे बंद नहीं कर सकते। एसोसिएशन ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि वर्तमान में जिन ठेका श्रमिकों के लिए 7 दिन का अस्थाई पास (टीपी) बनाया जाता है, उसमें इंश्योरेंस की मांग भी की जाती है, जिससे व्यावहारिक कठिनाइयां आती है। इस पर ईडी पवन कुमार ने कहा कि इन पर और चर्चा कर समाधान निकाला जाएगा। एसोसिएशन द्वारा ग्रुप इंश्योरेंस अप्रैल से लागू करने का आग्रह किया गया। उन्हें बताया गया कि पात्रता मापदंड को लेकर केंद्रीय सूचना आयुक्त सीआईसी के आदेश के बावजूद पूर्ण रूप से लागू नहीं किया गया। ओ.एंड एम विभाग द्वारा पंजीकरण नवीनीकरण में जारी और अपूर्ण काम की व्याख्या का तरीका तर्कसंगत नहीं होने के कारण कांट्रेक्टरों को अनुभवी के रूप में मान्यता नहीं मिलती है। इस तरह की विभिन्न समस्याएं ई.डी के समक्ष रखी गई। एसोसिएशन ने इस दौरान ईडी पवन कुमार से कहा कि निविदाएं खोलने में पारदर्शिता का अभाव है। निविदाएं लॉटरी सिस्टम के माध्यम से खोली जाती हैं। पदाधिकारियों ने बताया कि हाल ही में टाउनशिप में रेट कॉन्ट्रैक्ट आरसी सिविल में 70 पंजीकृत ठेकेदारों ने भाग लिया, जिसमें से केवल 33 का चयन लॉटरी सिस्टम से हुआ। सभी पंजीकृत पार्टियां इच्छुक थीं लेकिन उन्हें काम नहीं मिला। इस पर ईडी पवन कुमार ने कहा कि आरसी की पूरी व्यवस्था का परीक्षण कर सम्मानजनक हल निकाला जाएगा। उन्होंने रजिस्टर्ड ठेकेदारो को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया। एसोसिएशन ने कहा कि अनुबंध अनुमान निकालने में सेल संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसका ईडी ने निराकरण का आश्वासन दिया। एसोसिएशन ने बताया कि रोटेशन के आधार पर रेट कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रिकल देने में अनियमितताएं बरती जा रही है। पिछले 10-15 वर्षों से बहुत सारी पार्टियां सूचीबद्ध हैं, लेकिन उन्हें कोई काम नहीं मिल रहा है। एसोसिएशन ने ईडी को बताया कि छोटे कार्य आदेशों को समाप्त कर उन्हें बड़ी निविदाओं में परिवर्तित किया जा रहा है। वर्तमान में 500 ठेकेदार विभिन्न वर्गों और श्रेणियों के तहत पंजीकृत हैं, प्रबंधन सभी को काम प्रदान करने में सक्षम नहीं है। एसोसिएशन ने बताया कि ईएसआईसी अस्पताल के माध्यम से मेडिकल जांच, वर्तमान में ठेका श्रमिकों की मेडिकल जांच निजी संस्थाओं द्वारा मनमानी दरों पर की जा रही है। इसे सीधे ईएसआईसी के माध्यम से करवाया जाए। ईएमएस/शमशीर सीवानी/ 16 मार्च 2025