रायपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई और चैतन्य बघेल से पूछताछ को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ईडी की जांच के बीच भूपेश बघेल ने एजेंसी पर मीडिया हाइप क्रिएट करने का आरोप लगाया और इसे बीजेपी का राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। 10 मार्च को ईडी ने भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित आवासों सहित कुल 14 ठिकानों पर छापा मारा था। इस कार्रवाई में 33 लाख रुपये नकद, डिजिटल ट्रांजेक्शन से जुड़े अहम दस्तावेज, 6 मोबाइल फोन के डेटा और अन्य महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए गए। खबरों के मुताबिक, ईडी इन दस्तावेजों को लेकर चैतन्य बघेल से पूछताछ करने वाली थी, लेकिन भूपेश बघेल ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उनका कहना है कि ईडी की ओर से किसी भी तरह का नोटिस नहीं दिया गया है। यह सिर्फ एक राजनीतिक साजिश है। पूर्व मुख्यमंत्री ने ईडी पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा ये सिर्फ मीडिया हाइप क्रिएट करने के लिए किया जा रहा है। कोई भी नेता जब बीजेपी के खिलाफ खड़ा होता है, तो उस पर इस तरह की केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर दबाव बनाया जाता है। भूपेश बघेल ने पूरी कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि ईडी का मकसद सिर्फ बदनाम करना है। बीजेपी का यही तरीका है – पहले छापेमारी कराओ, फिर मीडिया में खबरें फैलाओ और झूठा प्रचार करो। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो कार्रवाई निष्पक्ष होनी चाहिए। सिर्फ विपक्षी नेताओं पर ही शिकंजा क्यों कसा जाता है? बात दे कि ईडी की जांच छत्तीसगढ़ में 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले से जुड़ी हुई है। इस मामले में पूर्व सीएम सचिवालय की उपसचिव सौम्या चौरसिया, पूर्व IAS अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर सहित कई बड़े नाम आरोपी बनाए गए हैं। ईडी ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में संगठित भ्रष्टाचार के तहत एक आपराधिक सिंडिकेट बनाया गया था, जिसने सरकारी आबकारी नीति का दुरुपयोग कर भारी घोटाला किया। सत्यप्रकाश(ईएमएस)15 मार्च 2025