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15-Mar-2025
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- शनिवार को सांय 4:30 बजे सुनीता को लेने रॉकेट हुआ रवाना वॉशिंगटन(ईएमएस)। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) में पिछले करीब नौ महीनों से फंसे अंतरिक्षयात्री सुनीता विलयम्स और बुच विलमोर का धरती पर लौटने का सपना अब साकार होने वाला है। अब 19 मार्च को धरती पर वापस लौटने वाले हैं। दरअसल, उनका मिशन सिर्फ 8 दिन का था, लेकिन तकनीकी खराबियों के कारण वे लगभग 9 महीने तक अंतरिक्ष में रह गए। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर, जो पिछले 9 महीनों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे हुए थे, अब 19 मार्च को धरती पर वापस लौटने वाले हैं। दरअसल, उनका मिशन सिर्फ 8 दिन का था, लेकिन तकनीकी खराबियों के कारण वे लगभग 9 महीने तक अंतरिक्ष में रह गए।सुनीता और बुच को वापस लाने के लिए स्पेस एक्स के फॉल्कन 9 रॉकेट का इस्तेमाल किया गया, जो 15 मार्च को भारतीय समयानुसार 4:30 बजे लॉन्च हुआ। यह रॉकेट फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था और इसके साथ क्रू ड्रैगन कैप्सूल में चार सदस्यीय टीम को अंतरिक्ष स्टेशन के लिए भेजा गया। इस मिशन को क्रू-10 नाम दिया गया है, और इसमें नासा के ऐनी मैकक्लेन, निकोल अयर्स, जापानी अंतरिक्ष एजेंसी जेक्सा के टकुया ओनिशी और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के कोस्मोनॉट किरिल पेस्कोव शामिल हैं। सुनीता और बुच विलमोर बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष गए थे। यह मिशन सिर्फ 8 दिन का था, लेकिन तकनीकी खराबियों के कारण वे 9 महीने तक अंतरिक्ष में रह गए। स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में कई समस्याएं आईं, जिसमें हीलियम गैस लीक होने जैसी दिक्कतें शामिल थीं। इन समस्याओं के कारण स्पेसक्राफ्ट की वापसी में देरी हुई।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जनवरी में इलॉन मस्क से सुनीता और बुच को अंतरिक्ष से वापस लाने की अपील की थी। मस्क ने इस जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए कहा था कि वे इन बहादुर अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द ही धरती पर वापस लाएंगे। नासा ने स्पेसएक्स को पहले ही इस मिशन में शामिल कर लिया था। वीरेंद्र/ईएमएस/15मार्च2025