नई दिल्ली (ईएमएस)। लद्दाख के छात्रों ने गुरुवार को दिल्ली विधानसभा का दौरा किया। स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने छात्रों के प्रतिनिमंडल का स्वागत किया। लद्दाख से छआत्र अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की पहल एसईआरयू” के तहत आए थे। एबीवीपी की पहल का मकसद भारत की सांस्कृतिक एकता से छात्रों को परिचित कराना था। स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने छात्रों को संबोधित करते हुए छात्र जीवन का अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के दौरान दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के निर्वाचित प्रतिनिधि रह चुके हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने छात्रों को तृत्व और एकता का संदेश दिया। उन्होंने दिल्ली विधानसभा के ऐतिहासिक महत्व पर भी चर्चा की। बताया कि विधानसभा को राष्ट्रीय धरोहर बनाने की योजना पर काम शुरू है। स्पीकर ने बताया कि विधानसभा परिसर स्थित फांसीघर में कई स्वतंत्रता सेनानियों को सूली पर चढ़ा गया था। उन्होंने विधानसभा को “बलिदान का मंदिर” बताया और कहा कि भारत के शहीदों की स्मृतियों को संजोए हुए है। विजेंद्र गुप्ता ने एबीवीपी की एसईआरयू पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम देश की विविधता को समझने और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है। स्पीकर ने कहा, पहल युवाओं को संस्कृतिक जड़ों से जोड़ती है। भारत की विरासत के प्रति जागरूक बनाने में भी मदद करती है। उन्होंने भारत की वैश्विक स्थिति पर भी बात रखी। स्पीकर ने कहा, आज पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है। 1.4 अरब भारतीयों के एक साथ प्रयास से देश विश्व शक्ति बन सकता है। इंटरैक्टिव सेशन में छात्रों ने स्पीकर से प्रश्न भी पूछे। गुप्ता ने निजी और पेशेवर जीवन के अनुभव साझा किए। उन्होंने लद्दाख के दौरे को याद करते हुए भौगोलिक और सांस्कृतिक सौंदर्य पर चर्चा की। उन्होंने नुब्रा घाटी, बौद्ध मठों और पाथर साहिब गुरुद्वारे का अनुभव साझा किया। कहा कि लद्दाख की विरासत भारत की सांस्कृतिक विविधता का एक अद्भुत उदाहरण है। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली /ईएमएस/15/मार्च /2025