-बीएलए अपने इलाके के संसाधनों का दोहन करने का इल्जाम चीन पर लगाता है बीजिंग,(ईएमएस)। जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक होना पाकिस्तान के लिए सुरक्षा संकट बन गया है, जिसका असर बड़ा होता जा रहा है। पाकिस्तान की सेना का बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा गया है। सेना का दावा है कि 24 घंटे चले के इस ऑपरेशन में बलूच लिबरेशन आर्मी के सभी 33 विद्रोहियों को मारे गए हैं, लेकिन सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बल्कि चीन भी इस घटना से सीधे तौर पर प्रभावित हुआ है। हमले को अंजाम देने वाली बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) चीन को भी अपने मकसद के खिलाफ मानती है। इस सिलसिले में 12 मार्च को चीन ने इस हमले की कड़ी निंदा की थी। साथ ही चीन ने पाकिस्तान के सामने सुरक्षा सहयोग बढ़ाने की पेशकश भी रख दी है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस घटना को लेकर कहा कि हम इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। हम आतंकवाद का मुकाबला करने, समाज में स्थिरता और एकजुटता बनाए रखने साथ ही लोगों की हिफाजत करने में पाकिस्तान का मजबूती से सपोर्ट करना जारी रखेंगे। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद के खिलाफ और सुरक्षा में मजबूती बढ़ाने के लिए हम तैयार हैं। हम संयुक्त रूप से इलाके में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए तत्पर हैं। चीन ने इस हमले को न केवल पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बताया बल्कि अपने नागरिकों और इंवेस्टमेंट को लेकर भी चिंचा जताई है। बता दें 11 मार्च को पाकिस्तान की जाफर एक्सप्रेस पेशावर से क्वेटा जा रही थी। रास्ते में सिबी इलाके में बलोच अलगावादियों ने ट्रेन पर हमला कर उसे हाईजैक कर लिया। रिपोर्ट के मुताबिक इस ट्रेन में करीब 400 नागरिक सवार थे। हमलावरों ने पहले रास्ते में विस्फोट किया। फिर ट्रेन पर कब्जा कर लिया। हाईजैकर्स के खिलाफ पाकिस्तानी सेना का ऑपरेशन शुरू हुआ। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 विद्रोहियों को मार दिया है। शरीफ ने कहा कि सशस्त्र बलों ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया और सभी यात्रियों को सुरक्षित छुड़ाकर अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। उन्होंने बताया कि मंगलवार को ट्रेन पर हमला करके विद्रोहियों ने 21 यात्रियों को मार दिया था। बीएलए का मुख्य मकसद बलूचिस्तान की आजादी है, इसीलिए वह पाकिस्तान से बलूचिस्तान को अलग देश बनाने की मांग कर रहे हैं। वहीं अपने इलाके के संसाधनों का दोहन करने का इल्जाम बीएलए चीन पर लगाता रहा है। सिराज/ईएमएस 13मार्च25