तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनी। सरकार बनने के बाद वहां पर तीन सीटों पर विधान परिषद के चुनाव हुए। कांग्रेस पार्टी इन तीनों सीटों पर चुनाव हार गई। कांग्रेस का जो भी मुख्यमंत्री बनता है। वह अपने कार्यकाल में संगठन को मजबूत करने के लिए कोई काम नहीं करता है। केंद्र को कमजोर करने के लिए राज्य में कांग्रेस को कमजोर करता है। सौदेबाजी करके ज्यादा समय तक सत्ता में बने रहने के लिए कांग्रेस के छत्रप कांग्रेस को दांव पर लगाते हैं। अपनी निजी हैसियत को बढ़ाते हैं। बाद में क्षेत्रीय पार्टी बनाकर कांग्रेस के लिए चुनौती बनते हैं। यही कांग्रेस का इतिहास कई दशकों से देखने को मिल रहा है। तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल में यही हो रहा है। संगठन कमजोर है। सत्ता में बैठे हुए कांग्रेस के मंत्री संत्री मजबूत हैं। राहुल गांधी की लोकप्रियता का लाभ उठाना सभी चाहते हैं। लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस को कमजोर करने का कोई मौका छत्रप नहीं छोड़ते हैं। हाईकमान मजबूत होगा, तो छत्रप कमजोर होंगे। पाकिस्तान सरकार को पसीना क्यों आया पाकिस्तान सरकार इन दिनों अपने ही देश के लोगों से खासी परेशान होती नजर आ रही है। एक तरफ इमरान खान जैसी विपक्षी परेशान करे हुए हैं तो दूसरी तरफ बलूचिस्तान के सक्रिय बीएलए गुट सरकार को न रात में चैन लेने दे रहा और दिन में ही सुकून से रहने दे रहा है। बलूचिस्तान में ट्रेन हाईजैक के बाद तो पाकिस्तान सरकार से कुछ भी बोलते नहीं बन रहा है। ऐसे में पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि जाफर एक्सप्रेस का सफल रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया गया और 122 बंधकों को सुरक्षित छुड़ा लिया गया। इससे पहले बीएलए ने 21 यात्रियों की हत्या कर दी थी, जिसमें 4 सैनिक भी शामिल थे। वैसे इस कार्रवाई से पहले 200 ताबूत भी भेजे जाने की बात सामने आई थी, इसलिए इस मामले में अभी सच्चाई आना बाकी है। जानकार बताते हैं कि जाफर एक्सप्रेस में 440 यात्री थे बाकी का क्या हुआ, सरकार को जवाब तो देना ही होगा। इसलिए अब पाकिस्तान सरकार को पसीना आ रहा है। रान्या मामले में कर्नाटक सरकार की पलटी अभिनेत्री रान्या राव से जुड़े सोना तस्करी मामले में कर्नाटक सरकार ने सीआईडी जांच के आदेश को वापस लेने की बात कही है। सरकार के इस तरह फैसला पलटने से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल सवाल किया जा रहा है कि दो दिन पहले ही सरकार ने पुलिस प्रोटोकॉल उल्लंघन का हवाला देकर सीआईडी जांच का निर्देश दिया था, फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि सरकार ने अपने ही आदेश को पलट दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयरपोर्ट पर पुलिसकर्मियों द्वारा लापरवाही बरतने और रान्या राव को प्रोटोकॉल सुविधाओं का अनुचित लाभ देने के आरोप लगे थे। इसके बाद सरकार ने सीआईडी जांच के आदेश जारी किए थे। अब जबकि कर्नाटक सरकार ने अपने नए आदेश में कहा है कि रान्या राव की विदेश यात्राओं से जुड़ी पुलिस की चूक की जांच अब सीआईडी नहीं करेगी। इसके बजाय, अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्हें डीजीपी (पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन) के. रामचंद्र राव की संलिप्तता की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी के साथ कहा गया है कि जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर सौंपनी होगी। सवाल यह भी है कि सरकार को पहले ही ऐसा करने से कौन रोक रहा था, जो कि सीआईडी जांच के आदेश दे दिए थे, जिसे पलटना पड़ गया। अभिनेत्री को किया परेशान इसलिए अब ये आईपीएस अधिकारी हो रहे हलाकान वॉलिबुड अभिनेत्री और मॉडल कादंबरी नरेंद्र कुमार जेठवानी को परेशान करने के आरोप में 03 आईपीएस अधिकारियों के निलंबन की अवधि को बढ़ा दिया गया है। आंध्र प्रदेश सरकार ने विशाल गुन्नी, कांति रतन टाटा और पी. सीताराम अंजनेयुलु का निलंबन 06 माह के लिए और बढ़ा दिया है। दरअसल अभिनेत्री कादंबरी के खिलाफ दर्ज एक मामले में तीनों आईपीएस अधिकारियों ने समुचित जांच में जल्दबाजी दिखाते हुए उन्हें गिरफ्तार किया था। इसके बाद 15 सितंबर 2024 को सरकार ने इन तीनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया। अब सरकार ने इनका निलंबन 180 दिन (9 सितंबर 2025 तक) या अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया है। आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव के. विजय आनंद ने आदेश जारी कर दिया है, जिससे इन अधिकारियों की परेशानी और बढ़ने जा रही है। ..../ 13 मार्च /2025