इस्लामाबाद (ईएमएस)। पाकिस्तान के हिंसाग्रस्त बलूचिस्तान प्रांत में बलूच विद्रोहियों ने ट्रेन का हाईजैक कर पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है। बलूचिस्तान की आजादी की मांग करने वाले सशस्त्र विद्रोही गुट बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के हथियारबंद सदस्यों ने क्वेटा से पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस पर हमला कर हाईजैक कर लिया। दक्षिण एशिया में ट्रेन पर हमला करके हाईजैक करने की यह पहली घटना है। घटना में करीब 20 पाकिस्तानी सुरक्षाबलों की मौत हुई और 400 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया। इसके बाद बलूच विद्रोहियों ने बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों सहित कई नागरिकों को रिहा कर दिया, लेकिन सैन्य कर्मियों सहित करीब 200 से ज्यादा लोग अभी भी कब्जे में हैं। बीएलए ने कहा कि बलूच लिबरेशन आर्मी ने मश्कफ, धादर और बोलन में सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध ऑपरेशन किया है, जहां हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, इससे जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा। लड़ाकों ने तुरंत ट्रेन पर नियंत्रण कर सभी यात्रियों को बंधक बना लिया। इस अभियान को बलूचिस्तान में चल रहे चीन के सीपीईसी प्रोजेक्ट और ग्वादर बंदरगाह के लिए बड़े खतरे के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही में बलूचिस्तान की आजादी के समर्थक सशस्त्र समूहों के गठबंधन बलूच राजी आजोई संगर (बीआरएएस) ने अपनी सैन्य और कूटनीतिक रणनीति के बड़े पुनर्गठन की घोषणा की थी। इसमें कहा गया था कि वह अपनी सेनाओं को एक केंद्रीकृत कमान के तहत एकजुट कर पाकिस्तान और चीन के खिलाफ अभियान तेज करेगा। दरअसल बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह में चीन ने भारी निवेश किया है। यह 62 अरब डॉलर वाले महत्वपूर्ण सीपीईसी का प्रवेश दरवाजा है। लेकिन कुछ वर्षों से बलूच समूह सीपीईसी और ग्वादर को निशाना बना रहा है। बलूच अलगाववादियों का तर्क है कि चीन इस प्रांत को अपना उपनिवेश बना रहा है। पाकिस्तान मामलों के विशेषज्ञ ने बताया, बीएलए द्वारा ट्रेन को हाईजैक करना बलूचिस्तान में उग्रवाद का गंभीर रूप है। यह कुछ समय पहले बलूच लड़ाकों द्वारा की गई घोषणा के बाद हुआ है कि वे अपनी कार्रवाइयों का समन्वय कर एकजुट होकर लड़ने वाले है। यह कार्रवाई की एकता का पहला संकेत है। बंधकों की स्थिति को सुलझाने में पाकिस्तानी सेना को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। आशीष/ईएमएस 13 मार्च 2025