ज़रा हटके
13-Mar-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। सुबह उठकर पानी पीना न सिर्फ शरीर के लिए बल्कि दिमागी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। यह साबित हुआ है एक ताजा अध्ययन में। पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन मानसिक सतर्कता, याददाश्त और एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक होता है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई कि मस्तिष्क का 75 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना होता है, इसलिए डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी का सीधा असर हमारी सोचने-समझने की क्षमता पर पड़ता है। शोध के लिए चीन के कैंगझोउ शहर से 12 पुरुषों को शामिल किया गया, जिन्हें 36 घंटे तक पानी नहीं पीने दिया गया। इस दौरान उनके मूड, स्मरण शक्ति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव देखा गया। जब इन प्रतिभागियों को पुनः हाइड्रेट किया गया, तो उनकी मानसिक सतर्कता, याददाश्त और आत्मविश्वास में उल्लेखनीय सुधार हुआ। शोध में पाया गया कि पानी की कमी से थकान, चिड़चिड़ापन और निर्णय लेने की क्षमता में कमी देखी गई, जबकि पानी पीने के बाद इन सभी में सकारात्मक बदलाव आया। विशेषज्ञों का कहना है कि जब हम रातभर सोते हैं, तो हमारा शरीर बिना पानी के कई घंटे तक रहता है, जिससे हल्का डिहाइड्रेशन हो सकता है। न्यूरोलॉजिस्ट्स के अनुसार, डिहाइड्रेशन के कारण सिरदर्द, तनाव और निर्णय लेने की क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि दिन की शुरुआत एक गिलास पानी से की जाए और पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन किया जाए। कुछ अन्य पारंपरिक पेय पदार्थ जैसे चाय और कॉफी भी हाइड्रेशन में योगदान कर सकते हैं, लेकिन पानी सबसे प्रभावी विकल्प है। स्वस्थ जीवनशैली के लिए पानी का सही मात्रा में सेवन जरूरी है, ताकि शरीर और दिमाग दोनों सही तरीके से काम कर सकें। सुबह उठकर पानी पीने से शरीर को दोबारा हाइड्रेट किया जा सकता है, जिससे दिमाग की कार्यक्षमता में सुधार होता है और दिनभर ऊर्जा बनी रहती है। यह न केवल मस्तिष्क को सक्रिय बनाता है बल्कि पाचन तंत्र को भी बेहतर करने में सहायक होता है। इसके अलावा, पानी शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे समग्र स्वास्थ्य को लाभ होता है। सुदामा/ईएमएस 13 मार्च 2025