व्यापार
13-Mar-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। फरवरी में शाकाहारी और मांसाहारी थाली की लागत में मासिक आधार पर पांच फीसदी की कमी आई है। इसका कारण सब्जी और ब्रॉयलर की कीमतों में कमी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक प्याज, आलू और टमाटर की कीमतों में गिरावट आई है। इसके अलावा, दक्षिण भारत में ‘बर्ड फ्लू की आशंका के बीच कम मांग के कारण ब्रॉयलर की कीमतों में भी पांच फीसदी की गिरावट आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शाकाहारी थाली के मूल्य में गिरावट सब्जियों, विशेष रूप से प्याज, टमाटर और आलू की कम कीमतों में नरमी के कारण आई। वहीं मांसाहारी थाली के मामले में ब्रॉयलर की कीमतों में कमी के कारण कीमत घटी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सालाना आधार पर घर में पकाई गई शाकाहारी थाली की लागत फरवरी में एक फीसदी कम हुई, जबकि मांसाहारी थाली की कीमत में छह फीसदी की वृद्धि हुई। शाकाहारी थाली की कीमत में सालाना आधार पर गिरावट टमाटर और एलपीजी सिलेंडर के दाम में गिरावट के कारण हुई। मांसाहारी थाली की लागत में वृद्धि ब्रॉयलर की कीमत में अनुमानित 15 फीसदी सालाना वृद्धि के कारण हुई। मांसाहारी थाली की लागत में ब्रॉयलर की हिस्सेदारी करीब 50 फीसदी है। इसकी कीमत में उछाल पिछले साल के कम तुलनात्मक आधार की वजह से है। उस समय अधिक आपूर्ति के कारण कीमत में गिरावट आई थी। रिपोर्ट के मुताबिक मक्का की कीमत में छह फीसदी की सालाना बढ़ोतरी के कारण चारे की बढ़ी हुई कीमत ने भी बढ़ोतरी में योगदान दिया। घर पर थाली तैयार करने की औसत लागत की गणना उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में प्रचलित कच्चे माल की कीमत के आधार पर की जाती है। आंकड़ों से पता चलता है कि थाली की कीमत में बदलाव लाने वाले सामान अनाज, दाल, ब्रॉयलर, सब्जी, मसाले, खाद्य तेल और रसोई गैस हैं। सिराज/ईएमएस 13 मार्च 2025