खेल
13-Mar-2025
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लाहौर (ईएमएस)। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के लिए आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी का आयेाजन घाटे का सौदा रहा। उसने इसपर करोड़ों रुपय खर्च कर दिये पर टीम नॉकआउट में भी नहीं पहुंच पायी। पीसीबी को कितना घाटा हुआ। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने तीन स्टेडियम को खेलने लायक बनाने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च कर दिये पर हालात फिर भी नहीं बदले। पाकिस्तान में 3 वेन्यू पर कुल 10 मैच हुए, जिसमें से 2 मैच बारिश की वजह से नहीं हुए। ये दो मैच रावलपिंडी स्टेडियम में खेले जाने थे। स्टेडियम में पानी सुखाने के लिए लगाया ड्रेनेज सिस्टम भी फेल रहा। यहां तक कि मैदान सुखाने वाले सुपर सॉपर की जगह वाइपर और स्पंज से पानी सुखाते देखा गया। एक रिपोर्ट के अनुसार रावलपिंडी स्टेडियम को बनाने के लिए पीसीबी ने 1500 करोड़ रुपये रिलीज किये थे। इसमें फ्लड लाइट्स , मुख्य भवन, हॉस्पिटैलिटी बॉक्स और एलईडी डिजिटल स्क्रीन सहित कई अन्य सुविधाएं शामिल थीं। इस प्रकार देखा जाये तो एक स्टेडियम में सिर्फ एक मैच का कुल खर्च 1500 करोड़ रुपये से अधिक रहा। यही नहीं, पाकिस्तान ने हर स्टेडियम के उद्घाटन में भी ब्लॉकबस्टर शो किए थे और सिंगर से लेकर डांसर तक पर मोटी रकम खर्च की थी। वहीं उसकी टीम के शुरुआत में ही हारने से दर्शकों ने स्टेडियम जाना छोड़ दिया जिससे उसे काफी नुकसान हुआ। वहीं रही सही कसर फाहनल मैच दुबई में होने से पूरी हो गयी। इसस आर्थिक बदाहली में फंसा पीसीबी और अधिक नुकसान में डूब गया। स्टेडियम किसी भी मैच के लिए भरे नहीं थे। इसके अलावा प्रायोजकों की भी कमी रही। आने वाले समय में इस स्टेडियम पर पाकिस्तान सुपर लीग के मैच तो होंगे पर अंतरराष्ट्रीय टीमों का दौरा होने की संभावना कम ही है। गिरजा/ईएमएस 13 मार्च 2025