वॉशिंगटन (ईएमएस)। एचआईवी एक खतरनाक इंफेक्शन है, जो लोगों की जिंदगी बर्बाद कर देता है। एचआईवी संक्रमण के ज्यादा फैलने पर एड्स नामक जानलेवा बीमारी हो सकती है। एचआईवी से बचने के लिए लोगों को रोज गोलियां और समय-समय पर इंजेक्शन होते हैं। जिन लोगों को एचआईवी का ज्यादा खतरा होता है, उन्हें लगातार ट्रीटमेंट लेने की जरूरत होती है। हालांकि अब वैज्ञानिकों ने अच्छी खबर दी है। एक नई रिसर्च के क्लीनिकल ट्रायल में एचआईवी से बचाने वाला इंजेक्शन असरदार साबित हुआ है। यह इंजेक्शन साल में सिर्फ एक बार लगवाना होता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एचआईवी से बचाने वाला यह इंजेक्शन साल में एक बार लगवाया जा सकता है और हाई रिस्क वाले व्यक्तियों के लिए लाभकारी हो सकता है। इसतरह के लोगों को वर्तमान में एचआईवी से बचने के लिए रोजाना गोलियां या हर दूसरे महीने इंजेक्शन लेने की आवश्यकता होती है। स्टेज 1 के क्लीनिक ट्रायल में नया इंजेक्शन लेनाकापाविर असरदार साबित हुआ है। रिसर्च में पता चला है कि लेनाकापाविर नामक इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन एचआईवी संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षित है और शरीर में इसकी मौजूदगी करीब 56 सप्ताह तक बनी रहती है। इससे एचआईवी से बचाव हो सकता है। इस रिसर्च में 40 एचआईवी-रहित लोगों को लेनकापाविर इंजेक्शन दिया गया था, जो मांसपेशियों में लगाया गया था। इंजेक्शन का कोई साइड इफेक्ट या सेफ्टी संबंधी परेशानी नहीं मिली। 56 हफ्तों के बाद भी दवा उनके शरीर में डिटेक्टेबल रही। वर्तमान में लोग प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस लेने के लिए रोज गोलियां ले सकते हैं या हर आठ हफ्ते में इंजेक्शन ले सकते हैं। ये दवाएं एचआईवी के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती हैं। 2023 के सबसे हालिया आंकड़ों के अनुसार करीब 3.90 करोड़ लोग एचआईवी के साथ जी रहे हैं, जिसमें 65 प्रतिशत लोग अफ्रीकी क्षेत्र में रहते हैं। आशीष/ईएमएस 13 मार्च 2025