ज़रा हटके
12-Mar-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। आयुर्वेद में लहसुन सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह न केवल रोगों की रोकथाम में सहायक होता है, बल्कि शरीर की कमजोरी को भी दूर करने में मदद करता है। आयुर्वेद में इसे औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है। लहसुन का वैज्ञानिक नाम एलियम सैटिवम एल है और इसका उपयोग प्राचीन काल से ही किया जा रहा है। इसकी तीखी गंध और स्वाद में मौजूद ऐलिसिन नामक यौगिक इसे खास बनाता है। यह यौगिक प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह काम करता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, लहसुन का नियमित सेवन हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। यह रक्त संचार को दुरुस्त करता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इसके अलावा, यह उच्च रक्तचाप को संतुलित रखने में भी सहायक है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को कई तरह के संक्रमण से बचाते हैं। यही वजह है कि बदलते मौसम में सर्दी-खांसी और जुकाम जैसी समस्याओं से बचने के लिए लहसुन का सेवन किया जाता है। मधुमेह के मरीजों के लिए भी लहसुन फायदेमंद माना जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, लहसुन के सेवन से उपवास के समय रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। यह लिवर और ब्लैडर को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है और पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है। इसे भूख बढ़ाने के लिए भी उपयोगी माना जाता है। कई शोधों में यह भी सामने आया है कि लहसुन का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है। लहसुन जोड़ों के दर्द, गठिया, लकवा, सायटिका, गर्दन और पीठ के दर्द जैसी समस्याओं में भी राहत पहुंचाता है। इसके औषधीय गुण शरीर की सूजन को कम करते हैं और रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं। अस्थमा के मरीजों के लिए भी लहसुन लाभकारी माना जाता है। इसका सेवन श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है और फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। सुदामा/ईएमएस 12 मार्च 2025