राष्ट्रीय
11-Mar-2025
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नई दिल्‍ली,(ईएमएस)। इसरो को सेटेलाइट लॉन्‍च करने में महारथ हासिल है। वह कई देशों और प्राइवेट कंपनियों की सेटेलाइट स्‍पेस में लॉन्‍च करती रही है। अब इसमें भारत के राज्‍य असम का नाम भी जुड़ने वाला है। असम भारत का पहला ऐसा राज्‍य बनने जा रहा है, जिसके पास अपनी निजी सेटेलाइट होगी। असम ने 450-500 करोड़ रुपए की लागत वाला जियो-स्‍टेशनरी लॉन्च करने वाला देश का पहला राज्य बनने के लिए इसरो के साथ बातचीत जारी है। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने वित्‍त वर्ष 2025-26 के लिए बजट में डिजिटल कक्ष के लिए बड़ी धनराशि की घोषणा करते हुए कहा कि इस सेटेलाइट का मकसद अवैध घुसपैठ के बारे में जानकारी प्राप्‍त करने के अलावा, बाढ़ की स्थिति में समय रहते चेतावनी और किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए मौसम संबंधी जानकारी प्राप्‍त करना है। असम के वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले पांच साल की अवधि में राजस्व संग्रह में जोरदार वृद्धि से उत्साहित सरकार के बजट में भारत की पहली एआई-संचालित एंटी-डीपफेक और साइबर निगरानी प्रयोगशाला, एक अग्रणी ग्रीन पैकेजिंग औद्योगिक केंद्र, एक बांस स्मार्ट सिटी, एआई और ब्लॉकचेन-संचालित चाय नीलामी और असमिया सिनेमा, साहित्य और लोक गीतों को बढ़ावा देने के लिए राज्य के स्वामित्व वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे अन्य गेम-चेंजर प्रस्ताव शामिल हैं। सीएम ने उमरंगसो में पिछले जनवरी में हुई कोयला खदान दुर्घटना का जिक्र करते हुए जियो-स्‍टेशनरी स्‍टेशनरी सेटेलाइट की जरुरत को बताया। इस घटना में नौ लोगों की जान चली गई थी। उन्होंने कहा कि हमें खदान पर डेटा प्राप्त करने में 45 दिन लगे। हमें दुर्घटना के दौरान उस क्षेत्र में स्थित उपग्रहों से जानकारी प्राप्त करनी थी। अगर हमारे पास अपना उपग्रह है, तो इसका उपयोग हमारे भौगोलिक क्षेत्र पर निगरानी के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि असमसैट “महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए डेटा का निरंतर, विश्वसनीय प्रवाह सुनिश्चित करेगा। सिराज/ईएमएस 11मार्च25