नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रदूषण, नाइट शिफ्ट और भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच सुबह के समय एक्सरसाइज के लिए समय निकालना चुनौतीपूर्ण हो गया है। ऐसे में एक नई रिसर्च ने हल्की-फुल्की शारीरिक गतिविधियों को भी लाभकारी बताया है। ताजा शोध के अनुसार, नियमित रूप से हल्की शारीरिक गतिविधि करने से डायबिटीज, हृदय रोग, गठिया, अवसाद, श्वसन संबंधी रोग और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी 30 से अधिक बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। दिलचस्प बात यह है कि इसके लिए हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (एचआईआईटी) जैसी कठिन एक्सरसाइज की जरूरत नहीं होती, बल्कि बागवानी, योग, लॉन की घास काटना, वॉटर एरोबिक्स या तेज़ चलने जैसी हल्की गतिविधियां भी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रति सप्ताह सिर्फ 150 मिनट की मध्यम शारीरिक गतिविधि करने से मृत्यु दर का खतरा 31प्रतिशत तक कम हो सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक रिपोर्ट में भी यह खुलासा हुआ कि जो लोग हर हफ्ते 150-300 मिनट की हल्की एक्सरसाइज करते हैं, उनमें मृत्यु दर का जोखिम 20-21प्रतिशत तक घट जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि रोज़ाना 30 मिनट की एक्सरसाइज स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती है, और अगर कोई शुरुआत कर रहा है, तो 10-10 मिनट के छोटे सत्रों से भी शुरुआत की जा सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हल्की शारीरिक गतिविधियां भी शरीर को सक्रिय रखने में मदद कर सकती हैं। इनमें बागवानी करना, बॉलरूम डांसिंग, योग, पानी में व्यायाम करना और कम से कम 2.5 मील प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ चलना शामिल हैं। डॉक्टरों का सुझाव है कि लोग अपनी दिनचर्या में हल्की-फुल्की गतिविधियों को शामिल करें, क्योंकि यह हृदय और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभकारी होती हैं। नियमित शारीरिक गतिविधि करने से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है और रोगों से बचाव करने की क्षमता बढ़ती है। जो लोग जिम या कठिन वर्कआउट के लिए समय नहीं निकाल सकते, वे रोज़मर्रा के छोटे-छोटे कामों के जरिए भी अपनी सेहत सुधार सकते हैं। ऐसे में यदि आप अपनी व्यस्त दिनचर्या में भी सेहत को प्राथमिकता देना चाहते हैं, तो हल्की एक्सरसाइज को अपनी जीवनशैली में शामिल करना सबसे आसान और प्रभावी तरीका हो सकता है। बता दें कि सुबह की सैर को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है, लेकिन बदलती जीवनशैली के कारण बहुत से लोग इसे अपनी दिनचर्या में शामिल नहीं कर पाते। सुदामा/ईएमएस 11 मार्च 2025