राष्ट्रीय
03-Mar-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अभय एस ओका की पीठ सोमवार को उस मामले की सुनवाई कर रही थी, जिसमें दो वकीलों ने आपसी झगड़े में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जब इस मामले में सुनवाई शुरु हुई तब याचिकाकर्ता वकील वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से कोर्ट में पेश हुए। इस दौरान दलीलें देते हुए याचिकाकर्ता वकील पीठ के सामने खुदकुशी करने की धमकी देने लेगे, इस पर जस्टिस ओका हैरान हो गए, फिर उन्होंने सख्त रुख अपना लिया। जस्टिस ओका ने याचिकाकर्ता से कहा, कोर्ट, बार काउंसिल और बार एसोसिएशन की ओर से आपसे माफी मांगी गई है, फिर क्यों ऐसा कह रहे? इस पर याचिकाकर्ता ने कहा,मैं आत्महत्या कर लूंगा। मीलॉर्ड! इस पर जस्टिस ओका ने फिर टोककर पूछा कि आप ऐसा क्यों कह रहे हैं, कोर्ट तो आपके पक्ष में आदेश पारित कर रहा है। जस्टिस ओका ने कहा, आपकी प्रार्थना क्या है? चाहते क्या हैं? इस पर याचिकाकर्ता ने कहा, मामले को रद्द करे यह सुनकर जस्टिस ओका भड़क उठे। उन्होंने कहा, आप धमकी दे रहे हैं कि अगर हम दोनों शिकायतें रद्द करते हैं तब आप आत्महत्या कर लेंगे? इसी बीच दूसरे पक्ष (प्रतिवादी) के वकील ने कहा, “मीलॉर्ड हम पहले दिन से ही इस तरह के अनुचित व्यवहार का सामना कर रहे हैं।” इसके बाद जस्टिस ओका ने याचिकाकर्ता वकील से कहा, हम आपको साफ शब्दों में चेतावनी दे रहे हैं। अगर आप कोर्ट को धमकाते हैं तब हम आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश देने वाले है। हम बार के सदस्य द्वारा इस तरह का आचरण बर्दाश्त नहीं कर सकते है। हम बार काउंसिल से आपके खिलाफ कार्यवाही शुरू करने और आपका रजिस्ट्रेशन निलंबित करने के लिए कह सकते है। हालांकि, बाद में जस्टिस ओका ने याचिकाकर्ता के वकील से कहा कि हम इस मामले को आगे नहीं बढ़ा सकते। पहले आप उनसे बात कीजिए और उन्हें बताइए कि इस तरह की धमकियों से अदालत नहीं डरती। आशीष दुबे / 03 मार्च 2025