भोपाल (ईएमएस)। मध्यप्रदेश असीम संभावनाओं का प्रदेश है। इसकी केंद्रीय भौगोलिक स्थिति इसे उद्योगों और व्यापार के लिए एक विशेष स्थान प्रदान करती है। प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए सरकार ने एक नई निवेश नीति बनाई है, जो देश में सबसे उत्तम और प्रभावी है। प्रदेश में 1100 से अधिक औद्योगिक इकाइयों को 450 करोड़ रुपए से अधिक की वित्तीय सहायता पारदर्शी तरीके से डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गई है। यह सहायता निवेशकों को आत्मनिर्भर बनाने और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रदान की गई है। मप्र में उद्योग लगाने वाले निवेशकों को हमेशा लाभ हुआ है और भविष्य में भी सरकार उद्योगपतियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। मध्यप्रदेश का एमएसएमई सेक्टर देश में सातवें स्थान पर है और यह सबसे तेजी से उभरते हुए क्षेत्रों में से एक है। सरकार केवल नए उद्योगों को ही नहीं, बल्कि पहले से स्थापित उद्योगों को भी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। वर्तमान में संचालित उद्योगों को नवकरणीय ऊर्जा के माध्यम से विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने की योजना तैयार की गई है, जिससे ऊर्जा लागत कम होगी और उद्योगों को लाभ होगा। सरकार उद्योग ऋण पर ब्याज में रियायत प्रदान करेगी, जिससे नए निवेशकों को अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। प्रदेश की बेहतर कनेक्टिविटी, अनुकूल औद्योगिक वातावरण और सरकार की निवेश नीति इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बना रही है। निवेश किसी भी राज्य की समृद्धि का महत्वपूर्ण आधार है और मध्यप्रदेश सरकार इस दिशा में प्रभावी कदम उठा रही है। सरकार उद्योगों के विकास को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सुबोध/२२-०२-२०२५