यूपी की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर पहुंचाने का विशेष लक्ष्य लखनऊ,(ईएमएस)। उत्तर प्रदेश सरकार ने आज गुरुवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट पेश किया है। विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की उपस्थिति में 8 लाख, 8 हजार, 736 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया। यह बजट उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँचाने के लक्ष्य के साथ तैयार किया गया है। बजट के मुख्य बिंदुओं की बात करें तो इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष जोर, निवेश और उद्योग, कृषि और सिंचाई, परिवहन और सड़क निर्माण, ऊर्जा और जल संसाधन के साथ समग्र विकास पर केंद्रित है। इंफ्रास्ट्रक्चर : सरकार ने 4 नए एक्सप्रेस-वे और 8 नए डाटा सेंटर्स की स्थापना की घोषणा की है। साथ ही, जल जीवन मिशन के तहत 4,500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। निवेश और उद्योग : टेक्सटाइल पार्क के लिए 300 करोड़, वस्त्र गारमेंटिंग नीति के लिए 150 करोड़ और पॉवरलूम विद्युत फ्लैट रेट योजना के लिए 400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। कृषि और सिंचाई : किसानों को मुफ्त सिंचाई की सुविधा देने के लिए 1,300 करोड़ रुपये और नलकूपों के पुनर्निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये रखे गए हैं। परिवहन और सड़क निर्माण : सड़कों के रखरखाव के लिए 3,000 करोड़, राजमार्गों के चौड़ीकरण के लिए 2,900 करोड़ और पुलों के निर्माण के लिए 1,450 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। ऊर्जा और जल संसाधन : जालौन में 500 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना को मंजूरी दी गई है और पंप स्टोरेज जल विद्युत परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। राजकोषीय स्थिति और आर्थिक सुधार : वित्त मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश का राजकोषीय घाटा निर्धारित सीमा के अधीन है और नीति आयोग ने इसे अग्रणी राज्य की श्रेणी में रखा है। राज्य की जीडीपी 27.51 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2017-18 की तुलना में दोगुनी है। योगी सरकार का यह बजट प्रदेश के समग्र विकास और आर्थिक मजबूती की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। निवेश, बुनियादी ढांचे, कृषि और सामाजिक कल्याण योजनाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ, यह बजट उत्तर प्रदेश को विकास के नए आयाम तक ले जाने की दिशा में प्रयासरत है। हिदायत/ईएमएस 20फरवरी25