20-Feb-2025
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मुंबई (ईएमएस)। बालीवुड के एक्टर अक्षय कुमार, राधिका आप्टे और सोनम कपूर स्टारर फिल्म पैडमैन ने न केवल 207 करोड़ रुपये का जबरदस्त बिजनेस किया, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य और हाइजीन को लेकर जागरूकता बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाई। हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि इस फिल्म को बनाने के लिए अक्षय कुमार को काफी मेहनत करनी पड़ी थी, क्योंकि निर्देशक आर. बाल्कि ने पहले इसे बनाने से इनकार कर दिया था। करीब 90 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस फिल्म की कहानी असल जिंदगी के हीरो अरुणाचलम मुर्गुनाथम पर आधारित थी, जिन्होंने सस्ते और किफायती सैनिटरी पैड्स बनाकर भारत की लाखों महिलाओं की जिंदगी बदल दी। जब अक्षय कुमार ने यह कहानी बाल्कि को सुनाई, तो उन्होंने इसे तुरंत ठुकरा दिया। बाल्कि को बायोपिक बनाने में दिलचस्पी नहीं थी, क्योंकि उन्हें खुद की लिखी कहानियां ज्यादा पसंद थीं। लेकिन फिर अक्षय ने उन्हें मुर्गुनाथम से मिलने के लिए राजी किया और यही मुलाकात बाल्कि की सोच बदलने का कारण बनी। जब आर. बाल्कि और मुर्गुनाथम की मुलाकात हुई, तो बातचीत के दौरान मुर्गुनाथम ने विज्ञापन कंपनियों की सोच पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सैनिटरी नैपकिन्स के विज्ञापनों में महिलाओं को हमेशा ऊंची छलांग लगाते या दौड़ते हुए दिखाया जाता है, लेकिन हकीकत यह है कि पीरियड्स में दर्द तो दर्द ही रहेगा। सैनिटरी नैपकिन सिर्फ हाइजीन का समाधान है, न कि पीड़ा का। बाल्कि ने जवाब दिया कि शायद विज्ञापन कंपनियां महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वतंत्र दिखाने के लिए ऐसा करती हैं। इस पर मुर्गुनाथम ने कहा कि असली मुद्दा तो हाइजीन और बीमारी है, लेकिन कंपनियां इसे दिखाना नहीं चाहतीं, क्योंकि अगर वे कीटाणु और गंदगी की बात करेंगे, तो लोग खाने के वक्त ऐसे विज्ञापन नहीं देखना चाहेंगे। यह सुनकर बाल्कि का नजरिया पूरी तरह बदल गया और उन्होंने फिल्म बनाने का फैसला कर लिया। सुदामा/ईएमएस 20 फरवरी 2025