नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार ‘आप’ को बड़ा झटका लगा है, जिसमें जनता का जनादेश सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ गया और उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा। 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में ‘आप’ को केवल 22 सीटें मिलीं और 40 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा, जबकि भाजपा ने 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। इस जीत के साथ 27 साल बाद राजधानी में भाजपा की वापसी हुई है। स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल को लिखा 2022 में पंजाब चुनाव के दौरान आपने वादा किया था कि जीतने के बाद हम एक दलित को उपमुख्यमंत्री बनाएंगे, यह बहुत दुखद है कि 3 साल बाद भी यह वादा पूरा नहीं हुआ है। अब जब दिल्ली में विपक्ष का नेता नियुक्त करने का समय आ गया है, तो मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि आप दिल्ली से पार्टी के दलित समुदाय के किसी विधायक को दिल्ली में विपक्ष का नेता बनाएं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस बार वह दिल्ली से दलित विधायक को विपक्ष का नेता बनाकर आदरणीय बाबासाहेब अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि देंगे। इस बीच, भाजपा आज शाम अपने शीर्ष नेतृत्व के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री और कैबिनेट को अंतिम रूप देने के लिए विधायक दल की बैठक करेगी। शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी को रामलीला मैदान में होगा। पार्टी के एक शीर्ष सूत्र ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, एनडीए नेता, केंद्रीय मंत्री और अन्य प्रमुख हस्तियां शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी। शपथ ग्रहण समारोह से पहले गीत-संगीत वाला एक सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। समारोह में लगभग 30,000 मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। आरएसएस के नेता और आध्यात्मिक धर्म गुरु भी इसमें शामिल होंगे। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए उद्योगपतियों, मशहूर हस्तियों, दिल्ली विधानसभा चुनाव में तैनात अन्य राज्यों के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया गया है। अजीत झा /देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/19/फरवरी /2025