क्षेत्रीय
18-Feb-2025
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अकादमिक विभाग भी समय का नहीं रख पा रहा ध्यान कोरबा (ईएमएस) कोरबा अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी बिलासपुर से संबद्ध जिले के 28 सरकारी व निजी महाविद्यालय संचालित हैं। नियमानुसार संबद्धता के लिए हर साल महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा यूनिवर्सिटी को एक निश्चित राशि शुल्क के रूप में जमा करानी होती है। ऐसा नहीं करने वाले महाविद्यालयो की संबद्धता यूनिवर्सिटी प्रबंधन चाहे तो रद्द कर सकती है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 की वार्षिक परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी हो चुका है। सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। फिर भी संबद्धता शुल्क कुछ महाविद्यालयो की ओर से जमा ही नहीं कराए गए हैं। ऐसे महाविद्यालयो में जिले का लीड महाविद्यालय भी शामिल है, जहां सर्वाधिक साढ़े तीन हजार से अधिक नियमित छात्र-छात्राएं हर साल पढ़ाई करते हैं। महाविद्यालयो ने दाखिला भी ले लिया, परीक्षाएं पूरी होने वाली हैं। इसके बाद भी यूनिवर्सिटी द्वारा शुल्क की वसूली नहीं की गई है। ऐसी स्थिति में अगर यूनिवर्सिटी एक्शन लेती है तो बगैर संबद्धता वाले महाविद्यालयो में पढ़ने वाले छात्रों का भविष्य खराब हो सकता है। यूनिवर्सिटी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार संबद्ध 126 महाविद्यालयो में 30 महाविद्यालय बिना संबद्धता शुल्क देने वालों में शामिल हैं, जिनमें कोरबा के 6 महाविद्यालय शामिल हैं। महाविद्यालय परिसर में उपस्थित छात्र-छात्राएं 20 फरवरी तक शुल्क जमा करने के निर्देश दिए अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी बिलासपुर को अब संबद्धता शुक्ल वसूलने की याद आई है। महाविद्यालयो को पत्र जारी कर 20 फरवरी तक शुल्क जमा करने का आदेश दिया है। ऐसा नहीं करने पर कार्यवाही करने की चेतावनी यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने दी है। यूजीसी के नियमों के अनुसार यूनिवर्सिटी को किसी भी महाविद्यालय की संबद्धता देने के लिए कमेटी बनानी होती है। यह कमेटी महाविद्यालयो का निरीक्षण कर वहां की कमियों को दूर कराती है। इसके बाद संबद्धता जारी होती है। लेकिन यूनिवर्सिटी केवल शुल्क लेकर संबद्धता जारी कर रही है। अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी में व्यवस्था कुछ ठीक नहीं चल रही है। अकादमिक विभाग द्वारा न तो समय पर सिलेबस जारी हो पा रहा है और न ही पात्रता की जानकारी दे पा रहा है। इतना ही नहीं, इस विभाग के पास संबद्ध महाविद्यालयो की जानकारी तक नहीं है। वित्त विभाग को यह तक मालूम नहीं है कि महाविद्यालयो को परीक्षा के नाम पर दिए गए एडवांस का समायोजन हुआ या नहीं। पेपर सेटर व मूल्यांकनकर्ताओं को समय पर भुगतान भी नहीं हो रहा। भंडार विभाग के पास उत्तर पुस्तिकाओं का सही आंकड़ा नहीं है। महाविद्यालयो में उत्तर पुस्तिकाएं धूल खा रही हैं। गोपनीय और परीक्षा विभाग बिना जांच किए महाविद्यालयो के फार्म जमा करवा रहा है। बिना मॉडरेशन के परीक्षा भी हो रही है। 18 फरवरी / मित्तल