दुबई (ईएमएस)। आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम के दुबई पहुंचते ही पिचें बदल दी गयी हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत को खराब पिचें नहीं मिलेंगी। भारतीय टीम अपने तीनो लीग मैच दुबई में ही खेलेगी। इसी को देते हुए भारत के लीग मैचों के लिए दो नई पिचें तैयार रखी गई हैं। भारतीय टीम चैम्पियंस ट्रॉफी में अपना पहला मुकाबला 20 फरवरी को बांग्लादेश से खेलेगी। इसके बाद 23 फरवरी को उसका मुकाबला पाकिस्तान से होगा। वहीं 2 मार्च को उसे न्यूजीलैंड से ग्रुप स्तर का मुकाबला खेलना है। तीनों मुकाबले दुबई में होंगे। यहां पिछले एक महीने में पुरुष अंडर-19 एशिया कप और जनवरी-फरवरी में आईएलटी 20 लीग हुआ है। इसी को देखते हुए आशंका जाहिर की जा रही थी कि भारत को खराब पिचें मिलेंगी पर ऐसा नहीं है। आईएलटी 20 0 के दौरान इस मैदान पर दो नॉकआउट खेलों सहित 15 मैच हुए। वहीं कहा जा रहा है कि स्टेडियम की दस पिचों में से दो को लीग के दौरान इस्तेमाल नहीं किया गया। ताकि वह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए उपलब्ध रहे। नई पिचें बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए मददगार साबित होंगी। दुबई की पिच ऐतिहासिक रूप से तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल रही है। तेज गेंदबाजों को यहां मूवमेंट और बाउंस मिलता रहा है। नई पिच पर तेज गति से गेंदबाजी करने वाले स्पिनर मैच में अंतर ला सकते हैं। स्थितियां बल्ले और गेंद के बीच उचित संतुलन प्रदान करने की उम्मीद है। इससे प्रतिस्पर्धी मुकाबले सुनिश्चित होंगे। भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के लिए पांच स्पिनर चुने हैं जिसका लाभ उसे मिलेगा। पिछले हफ्ते यशस्वी जायसवाल की जगह वरुण चक्रवर्ती को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया था। चक्रवर्ती ने इस महीने की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय डेब्यू किया था। अन्य चार स्पिनर रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और वाशिंगटन सुंदर हैं। टीम में पांच स्पिनर जिनसे भारतीय टीम लाभ में रह सकती है। गिरजा/ईएमएस 18 फरवरी 2025