नई दिल्ली (ईएमएस)। बाजरे की रोटी का सेवन नियमित रूप से करने से सेहत को कई लाभ मिलते हैं। बाजरा न सिर्फ स्वाद में अच्छा होता है, बल्कि पोषण के लिहाज से भी यह एक सुपरफूड माना जाता है। बाजरे का आटा सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। यह इम्यूनिटी को मजबूत करने के साथ-साथ वजन नियंत्रित करने में भी कारगर साबित होता है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को तेज करके शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं। यह ग्लूटेन-फ्री अनाज शरीर को गर्म रखने, पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। ठंड के मौसम में इसका सेवन खासतौर पर लाभकारी होता है, क्योंकि यह शरीर को अंदर से गर्मी प्रदान करता है। इसके नियमित सेवन से इम्यूनिटी भी मजबूत होती है और शरीर अधिक ताकतवर बनता है। बाजरे का आटा ग्लूटेन मुक्त होता है, जिससे यह पचाने में आसान होता है। जो लोग ग्लूटेन एलर्जी से परेशान हैं, उनके लिए यह बेहतरीन विकल्प है। बाजरे के आटे से कई स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन बनाए जा सकते हैं, जैसे बाजरे की रोटी, मेथी पराठा और बाजरे का ढोकला। इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करने और कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायक होता है। बाजरे का आटा लंबे समय तक पेट भरा रखने में मदद करता है, जिससे भूख कम लगती है और अनहेल्दी खाने की आदत पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यही कारण है कि यह वजन घटाने में भी प्रभावी भूमिका निभाता है। बाजरे की मार्केट में काफी मांग है, लेकिन इसे उगाने और इसका आटा तैयार करने में कड़ी मेहनत लगती है। यह मुख्य रूप से पहाड़ी और शुष्क इलाकों में उगाया जाता है, जहां के लोगों के आहार में यह प्रमुख रूप से शामिल होता है। इसके स्वास्थ्य लाभों को देखते हुए अब शहरी इलाकों में भी इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। सुदामा/ईएमएस 18 फरवरी 2025