रोजगार के लिए भारत से अमेरिका अवैध रूप से गये भारतीयों को अमेरिका ने हाथों में हथकड़ी, पैरों में जंजीर डालकर अपने अमेरिकन विमान से भारत के हवाई अड्डे पर भेज कर अमेरिका-भारत संबंध की भविष्य की एक नई तस्वीर उजागर की है जो चिंताजनक है। इस तरह से अभी तक अमेरिका निर्वासित भारतीयों की तीन खेप भारत देश आ चुकी है जब कि अमेरिका के इसी तरह उठाये कदम का विरोध करते हुए हाथों में हथकड़ी पैरों में जंजीर डाले विश्व के एक देश ने अमेरिका गये निर्वासित नागरिक से भरे अमेरिका हवाई जहाज को अपने हवाई अड्डे पर उतरने की इजाजत न देते हुए वापिस कर नये सिरे से अपने हवाई जहाज से उन तमाम निर्वासित नागरिकों को ससम्मान अपने देश लाने का वहां की सरकार ने सराहनीय एवं प्रशंसनीय कार्य किया है।हमारे देश को भी कुछ इस तरह से कदम उठाना चाहिए पर इस दिशा में अब तक सरकार द्वारा कोई कदम उठाए जाने की कोई चर्चा नजर नहीं आ रही है जब कि देश के प्रधान मंत्री इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति से मिल कर वापिस भी आ चुके है। विपक्ष इस मुद्दे पर अपना विरोध भी जता चुका है। अवैध रूप से रह रहे नागरिकों को निर्वासित कर उनके देश भेजे जाने का मौलिक अधिकार उस देश को अवश्य है पर जिस तरीके से अमेरिका ने भेजने का यह कदम उठाया है, वह निंदनीय, अमानवीय, अपमानजनक है, जिसकी भर्त्सना की जानी चाहिए। इस कदम का जोरदार विरोध किया जाना चाहिए। अमेरिका इस तरह के अवैध नागरिकों को अपने देश वापिस बुलाने के लिए संबंधित देश को कह सकता था, बिना हाथों में हथकड़ी, पैरों में जंजीर डाले भी वापिस कर सकता था पर ऐसा कदम उठाकर उसने अंग्रेजियत की याद दिला दी है जिसका विरोध होना ही चाहिए। वे अवैध रूप से गये अवश्य पर वहां कोई अनुचित/ अपराधिक कदम नहीं उठाया जिसके लिए हाथों में हथकड़ी, पैरों में जंजीर डालकर कर उनके देश वापिस किया जाय। ईएमएस/18/02/2025