व्यापार
17-Feb-2025
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मुंबई (ईएमएस)। आरबीआई के रेपो दर घटाने के बाद से कई बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती की है। यह उन लोगों के लिए भी बड़ी राहत है, जो पहली बार मकान खरीदने की योजना बना रहे हैं। अगर आप भी होम लोन लेकर मकान खरीदना चाहते हैं, तो तय करें कि किस ब्याज दर पर कितने साल के लिए कितना कर्ज लेना है। इस बात की भी गणना करें कि ऋण अवधि के दौरान आपको अपने कर्ज पर कितना ब्याज चुकाना होगा। गणना करने पर यह समझ में आ जाएगा कि आप जितना कर्ज ले रहे हैं, उससे ज्यादा आपको ब्याज चुकाना पड़ेगा। ब्याज के रूप में होने वाले इस नुकसान की भरपाई के लिए आप एसआईपी के 15 फीसदी फॉर्मूले का इस्तेमाल कर सकते हैं। पूरी कर्ज अवधि के दौरान चुकाए जाने वाले ब्याज का बोझ कम करने में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) का 15 फीसदी का फॉर्मूला काफी मददगार साबित हो सकता है। आप अपने होम लोन पर जितना ईएमआई चुकाते हैं, उसका 15 फीसदी हर महीने एसआईपी में डालना शुरू कर दें। कर्ज अवधि खत्म होते-होते आपके एसआईपी खाते में ब्याज राशि के बराबर या उससे ज्यादा रकम जमा हो जाएगी। मान लीजिए आपने एसआईपी में अपना मासिक योगदान बढ़ाकर 7,000 रुपये कर दिया। सालाना 12 फीसदी के अनुमानित रिटर्न पर यह योगदान 20 साल में बढ़कर 69,94,035 रुपये हो जाएगा। इसमें 53,14,035 रुपये का अनुमानित रिटर्न भी शामिल है। इस तरह 20 साल बाद आपके एसआईपी खाते में कुल 69,94,035 रुपये जमा हो जाएंगे। सतीश मोरे/17फरवरी